Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा के डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की एक और चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है. यहां मास्टर ऑफ आर्ट्स यानी एमए योगा के छात्र आशीष प्रिंस की मार्कशीट में बार-बार की जा रही गलती ने उसका भविष्य संकट में डाल दिया है. हद तो तब हो गई जब छात्र ने अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर ट्रस्ट को पत्र भेजकर अपनी पीड़ा सुनाई. लेकिन वहां से भी कोई राहत नहीं मिली.
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बता दें कि आशीष प्रिंस को अब तक तीन बार मार्कशीट दी गई है. लेकिन तीनों में अंक अलग-अलग हैं. इससे आशीष असमंजस में है कि कौन सी मार्कशीट सही है. तमाम प्रयासों के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन से उसे कोई स्पष्ट या संतोषजनक जवाब नहीं मिला. ऐसे में आशीष ने अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर ट्रस्ट को एक भावनात्मक पत्र लिखकर मदद मांगी. लेकिन वहां से भी उसका पत्र "रिसीव न किए जाने" के साथ लौटा दिया गया.
अब छात्र न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहा है. उसका कहना है कि विश्वविद्यालय की इस लापरवाही की वजह से उसका पूरा करियर दांव पर लग गया है. यह कोई पहला मामला नहीं है. विश्वविद्यालय की कार्यशैली पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि उनसे पूरी फीस ली जाती है. लेकिन पारदर्शिता और सुविधाओं के नाम पर उन्हें गुमराह किया जाता है. फिलहाल विश्वविद्यालय की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
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