आगरा में सदर बाजार क्षेत्र की कोठी नंबर 46 में रह रहे 500 लोग... इनमें कई हैं फर्जी वोटर?

Agra News: आगरा में भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने कई बूथों की वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताएं का आरोप लगाया है. विधायक का दावा है कि उन्हें 6349 वोट ऐसे मिले जिन्हें वे गलत या संदिग्ध मान रहे हैं.

Representative Image

अरविंद शर्मा

• 11:55 AM • 30 Oct 2025

follow google news

Agra News: उत्तर प्रदेश में आगरा छावनी विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची पर बड़ा सवाल उठाया गया है. छावनी क्षेत्र के भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने दावा किया है कि कई बूथों की वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताएं हैं. उन्होंने कहा कि घर-घर सत्यापन के नाम पर सिर्फ कागजी काम हो रहा है, जिससे फर्जी और डुप्लीकेट वोट सूची में जुड़ गए हैं.

यह भी पढ़ें...

भाजपा विधायक जीएस धर्मेश का क्या है दावा?

विधायक के अनुसार, उन्होंने 65 बूथों की वोटर लिस्ट का अध्ययन कराया, जिसमें 6349 वोट ऐसे मिले जिन्हें वे गलत या संदिग्ध मान रहे हैं. कुल 45521 मतदाताओं की जांच में यह आंकड़ा सामने आया है. उन्होंने कहा कि अगर इन फर्जी मतदाताओं को सूची से हटाया जाए तो वास्तविक मतदाताओं की संख्या कम होकर लगभग 39 हजार रह जाएगी.

महिलाओं और डुप्लीकेट नामों का मामला

डॉ. धर्मेश ने आरोप लगाया कि 5400 महिलाएं ऐसी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है लेकिन उनका नाम अब भी मायके के पते पर दर्ज है. इसके अलावा 949 लोग ऐसे मिले हैं जिनका नाम मतदाता सूची में दो बार दर्ज है. 

बीएलओ पर सीधा आरोप

विधायक ने बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि बीएलओ न तो घर-घर जाकर सत्यापन करते हैं और न ही मतदाताओं के वास्तविक पते की जांच. उन्होंने इन त्रुटियों के लिए बीएलओ को जिम्मेदार बताते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. 

कोठी नंबर 46 का मामला

डॉ. धर्मेश ने कहा कि सदर बाजार क्षेत्र की कोठी नंबर 46 में 500 लोग रह रहे बताये गए हैं, जिनमें से 350 एक ही समुदाय के बताए गए हैं. उन्होंने आशंका जताई कि इनमें से कई मतदाता बांग्लादेशी या रोहिंग्या मूल के हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि केवल आधार कार्ड को प्रमाण मानना पर्याप्त नहीं है, क्योंकि यह स्थायी निवास का प्रमाण नहीं होता.

चुनाव आयोग के अभियान की सराहना

उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष पुनरीक्षण अभियान (SSR) की सराहना की और मांग की कि इस अभियान को और सख्ती से लागू किया जाए ताकि मतदाता सूची शुद्ध हो सके और मतदान प्रक्रिया पर भरोसा कायम रहे. 

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

विधायक ने जिला प्रशासन और रिटर्निंग ऑफिसर से इस मामले को गंभीरता से लेने और जिम्मेदार कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर समय पर सुधार नहीं हुआ तो आगामी चुनावों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें: आगरा के होटल 'द हेवन' की छत से बिना कपड़ों के नीचे गिरी लड़की! जब कमरा नंबर 4 में पहुंची पुलिस तो ये सब दिखा

    follow whatsapp