अगर आप यूपीपीएससी (UPPCS) जैसे बड़े एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है. अमेठी के डिप्टी कलेक्टर सात्विक श्रीवास्तव ने UPPCS 2023 में तीसरी रैंक हासिल की. उन्होंने अपनी तैयारी, संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की है, जो हर प्रतियोगी छात्र के लिए प्रेरणादायक है.
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सात्विक की पढ़ाई की शुरुआत
सात्विक ने 2013 में 10वीं और 2015 में 12वीं पास की. 12वीं में उन्होंने 94.8% अंक हासिल किए. इसके बाद उन्होंने NIT जयपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. इंजीनियर बनने के बाद कुछ समय तक डेलॉयट कंसल्टेंसी और फिर रेलवे में जूनियर टेक्निकल असिस्टेंट के रूप में नौकरी भी की.
कैसे आया सिविल सेवा का ख्याल?
सात्विक ने बता कि कोविड-19 के समय प्राइवेट नौकरियों में अस्थिरता देख उन्होंने सरकारी सेवा को सुरक्षित विकल्प माना. उन्होंने 2021 में सिविल सेवा की तैयारी शुरू की. शुरुआत में गलतियों से सीखते हुए, उन्होंने खुद की रणनीति बनाई और उस पर लगातार मेहनत की.
तैयारी की रणनीति
सात्विक के अनुसार, सफल तैयारी के लिए सही मार्गदर्शन, सिलेबस की गहन समझ और सीमित लेकिन प्रभावी किताबें सबसे जरूरी हैं. उन्होंने प्रीलिम्स की तैयारी के लिए एम. लक्ष्मीकांत की राजव्यवस्था की किताब, घटनाचक्र की बुकलेट्स, पिछले सालों के प्रश्न पत्र (PYQs) और टेस्ट सीरीज के साथ उनके विश्लेषण पर जोर दिया. वहीं, मेन्स की तैयारी के लिए उन्होंने उत्तर लिखने की प्रैक्टिस, शॉर्ट नोट्स बनाना और विषयों को गहराई से समझने को आवश्यक बताया. इस प्रकार, सात्विक की रणनीति में व्यवस्थित अध्ययन और सही संसाधनों का चयन प्रमुख भूमिका निभाते हैं.
उन्होंने बताया कि सिविल सेवा की परीक्षा नॉलेज से नहीं, बल्कि स्मार्ट वर्क से पास होती है. ज्यादा किताबें पढ़ने से बेहतर है कि जरूरत की चीजें बार-बार पढ़कर समझी जाएं और लिखने की प्रैक्टिस की जाए.
स्ट्रेस मैनेजमेंट है जरूरी
सात्विक ने बताया कि स्ट्रेस मैनेजमेंट बहुत जरूरी है. उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी नहीं बनाई, बल्कि उसे स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल किया. जब थकान होती थी तो दोस्तों से मिलते, चाय पीते या घर चले जाते थे.
सात्विक के अनुसार, उनकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय माता-पिता को जाता है. जब उन्होंने रेलवे की नौकरी छोड़कर पूरी तरह पढ़ाई पर फोकस किया, तब उनके माता-पिता ने पूरा साथ दिया.
वर्तमान में क्या कर रहे हैं?
आज सात्विक अमेठी जिले में डिप्टी कलेक्टर हैं. साथ ही वे प्रोबेशन ऑफिसर के रूप में भी काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनका फोकस अब समाज के लिए बेहतर काम करने पर है.
नए अभ्यर्थियों के लिए सुझाव
नए अभ्यर्थियों के लिए यह जरूरी है कि वे एक ही परीक्षा पर पूरा ध्यान और फोकस दें. उन्हें सिलेबस को गहराई से समझना चाहिए और पिछले सालों के प्रश्नपत्रों (PYQs) का भी अच्छी तरह अध्ययन करना चाहिए. साथ ही, अपनी तैयारी को और प्रभावी बनाने के लिए खुद के शॉर्ट नोट्स बनाना भी जरूरी है.
इसके अलावा, टेस्ट सीरीज को गंभीरता से लेकर उसका विश्लेषण करना चाहिए ताकि अपनी कमजोरियों को पहचाना जा सके और उन्हें सुधारने पर काम किया जा सके. इसके साथ ही, मनोबल बनाए रखना और मानसिक संतुलन बनाए रखना भी सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
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