UP News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां घर में 3 महीने से टाइल्स लगाने का काम कर रहे मिस्त्री और मजदूर ने ही घर में लूट की साजिश को अंजाम दे दिया. इस दौरान दोनों ने पहले घर में मौजूद महिला और उसकी बेटी को बंधक बनाया और फिर महिला को मार डाला. महिला को मारने के बाद घर में लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए.
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इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि आरोपी आपस में चाचा-भतीजे हैं. वह घर में पिछले 3 महीने से टाइल्स लगाने का ही काम कर रहे थे. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का भी गठन कर दिया गया है.
सुनीता श्रीवास्तव की कर दी हत्या
ये पूरा मामला कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के कुतलूपुर मोहल्ला से सामने आया है. यहां सुनीता श्रीवास्तव अपनी दो बेटी कोमल और दिया के साथ रहती थीं. उनके पति अरविंद श्रीवास्तव की 4 साल पहले मौत हो चुकी है. सुनीता के पति अरविंद ग्रामीण बैंक में कैशियर पद पर थे. उनकी मौत के बाद छोटी बेटी दिया श्रीवास्तव को ये नौकरी मिल गई थी.
मिली जानकारी के मुताबिक, इस घर में जिला बलरामपुर के चाचा-भतीजे टाइल्स लगाने का काम कर रहे थे. घटना वाले दिन करीब 3 बजे इन लोगों ने अपने कुछ साथियों को फोन करके घर बुलाया. उसके बाद इन बदमाशों ने अचानक घर में मौजूद सुनीता के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी और उन्हें बंधक बना लिया. इतने में दूसरे बदमाश ऊपर के कमरे में मौजूद बेटी कोमल के पास गए और चाकू दिखाकर उसे बंधक बना लिया.
बदमाशों ने हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा भर दिया
इस दौरान बदमाशों ने दोनों के हाथ पैर बांध दिए और दोनों के मुंह में कपड़ा भर दिया. बेटी को ऊपर के कमरे में बंधक बनाया तो मां को नीचे के कमरे में बंधक बनाया. मगर जैसी ही बंधक बनी युवती को मौका मिला, उसने शोर मचा दिया. उसका शोर सुनते ही बदमाश मौके से भाग खड़े हुए. मगर उन्होंने उससे पहले ही सुनीता के साथ काफी मारपीट की थी, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने सुनीता श्रीवास्तव को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. मगर यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले को लेकर एसपी विनोद कुमार ने बताया, आरोपी मिस्त्री का नाम जसवंत सिंह है. वह अपने भतीजे के साथ यहां टाइल्स लगा रहा था. बदमाशों ने मृतकों को बंधक बनाया था. मृतका के सिर पर चोट के निशान हैं. आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मामले के खुलासे के लिए 3 टीम बनाई गई हैं.
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