अब मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश मिश्रा की संपत्ति पर चला बुल्डोजर! क्या है इनका मामला?

कहते हैं जब बुरा वक्त आता है तो ऐसा आता है कि कुछ भी अच्छा होने की मानों गुंजाइश ही खत्म हो जाती है, मुख्तार…

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कहते हैं जब बुरा वक्त आता है तो ऐसा आता है कि कुछ भी अच्छा होने की मानों गुंजाइश ही खत्म हो जाती है, मुख्तार अंसारी वो नाम है. वो चेहरा जिसे एक वक्त पर किसी पहचान की जरुरत नहीं हुआ करती थी, जो जिधर से भी निकल जाए ऐसा लगता था मानों कर्फ्यू लग गया हो. जिसके एक इशारे पर बड़े-बड़े फैसले झट से हो जाया करते थे, जो एक बेताज बादशाह की जिंदगी जीता था, वो शख्स आज सलाखों के पीछे है और उस दिन से शोक मना रहा है जिस दिन से उत्तर प्रदेश में ‘बाबा बुल्डोजर’ की सरकार आई है.

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कभी मुख्तार की संपत्ति पर तो कभी उनके करीबी की संपत्ति पर आए दिन बुल्डोडर चले ही जा रहा है. हर दिन ऐसी खबरें आ ही जाती हैं. फिलहाल खबर ये है कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके गाजीपुर स्थित महुआबाग की प्रॉपर्टी को कुर्क कर दिया गया है. इस कमर्शियल प्रॉपर्टी की कीमत लगभग साढ़े तीन करोड़ बताई जा रही है. गैंगस्टर एक्ट के धारा 14 क्रमांक 1 तहत ये कार्रवाई की गई है और ये जमीन मुख्तार अंसारी की मां के नाम से दर्ज है.

मुख्तार अंसारी के संपत्ति पर इस कार्रवाई के बाद अब बुल्डोजर चला है उनके खासमखास गणेश मिश्रा पर. यश विक्रम अनीता देवी प्रीति वर्कशीट इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ली गई गणेश की प्रॉपर्टी, जो कि 5 एकड़ में बनी थी. इसे ‘बाबा के बुल्डोजर’ की तरफ से ढहा दी गई है. 60 करोड़ की कीमत वाली यह प्रॉपर्टी चंद मिनटों में ही जमींदोज हो गई.

दरअसल, बताया जा रहा है कि मुख्तार के करीबी की ये संपत्ति अवैध तरीके से कमाई गई थी. वहीं दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी के करीबी होने से गणेश की ‘अवैध संपत्ति’ पर योगी सरकार के बुल्डोजर की तरफ से कार्रवाई तो होनी ही थी. आपको बता दें कि ये मामला मऊ के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के भुजौऊटी का है.

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