यूपी चुनाव: वोटिंग हुई, अब पश्चिमी यूपी की इन 8 हॉट सीटों के नतीजे पर टिकी सबकी नजर

मोहित सिंह कुशवाहा

16 Feb 2022 (अपडेटेड: 14 Feb 2023, 09:37 AM)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की सियासी तपिश के बीच आज हम आपको पश्चिमी यूपी की 8 हॉट सीटों के बारे में बताने जा रहे…

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की सियासी तपिश के बीच आज हम आपको पश्चिमी यूपी की 8 हॉट सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां का मुकाबला बेहद दिलचस्प है.

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गौरतलब है कि पहले और दूसरे चरण में इन सीटों पर मतदान हो चुका है और यहां के प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. अब सबकी निगाहें 10 मार्च यानी रिजल्ट वाले दिन पर टिकी हैं.

रामपुर विधानसभा सीट

इस सीट से समाजवादी पार्टी से दिग्गज मुस्लिम नेता और दो साल से जेल में बंद एसपी सांसद आजम खान को चुनावी मैदान में उतारा है. आजम खान 100 से अधिक मामलों में करीब दो साल से सीतापुर जेल में बंद हैं.

आजम खान के खिलाफ भाजपा ने आकाश सक्सेना, बीएसपी ने सदाकत हुसैन और कांग्रेस ने नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां को उम्मीदवार बनाया है. माना जा रहा है कि अगर रामपुर विधानसभा सीट पर मुस्लिम वोटों में बिखराव हुआ, तो आजम खान की राह आसान नहीं होगी.

नकुड़ विधानसभा सीट

सहारनपुर जिले की नकुड़ विधासनभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने का मिल सकता है. दरअसल, नकुड़ विधानसभा सीट पर भाजपा के बागी मंत्री धर्म सिंह सैनी को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है. धर्म सिंह सैनी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही भाजपा से बगावत की थी. वह चार बार विधायक रह चुके हैं.

पिछले चुनाव में धर्म सिंह सैनी ने कांग्रेस के इमरान मसूद को हराया था. धर्म सिंह सैनी के साइकिल की सवारी करने से सियासी समीकरण पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है. सैनी के खिलाफ भाजपा ने मुकेश चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है. नकुड़ विधानसभा सीट पर बीएसपी ने साहिल खान और कांग्रेस ने रणधीर सिंह चौहान को टिकट दिया है.

शाहजहांपुर विधानसभा सीट

योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. शाहजहांपुर की हाई प्रोफाइल सीट पर भाजपा और समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है.

सुरेश खन्ना का साल 1989 से ही इस सीट पर दबदबा कायम है. सुरेश खन्ना के खिलाफ एसपी-आरएलडी गठबंधन ने तनवीर खान, बीएसपी ने सर्वेश चंद्र और कांग्रेस ने पूनम को उम्मीदवार बनाया है.

स्वार विधानसभा सीट

रामपुर की ही स्वार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान गठबंधन के उम्मीदवार हैं. अब्दुल्ला आजम खान भी अपने पिता के साथ करीब दो साल से जेल में बंद थे. लेकिन, चुनाव से पहले ही अब्दुल्ला आजम खान जमानत पर बाहर आए हैं.

स्वार विधानसभा सीट पर बीजेपी की सहयोगी दल अपना दल (सोनेलाल) ने हैदर अली खान को प्रत्याशी बनाया है. हैदर अली पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नावेद मियां के पुत्र हैं. हैदर अली खान पहले कांग्रेस प्रत्याशी घोषित हुए थे. लेकिन, उन्होंने समीकरणों को देखते हुए अपना दल (सोनेलाल) का रुख कर लिया था.

हैदर अली खान का परिवार पुराना कांग्रेसी रहा है. इस सीट पर बीएसपी ने शंकर लाल सैनी और कांग्रेस ने राम रक्षपाल सिंह को टिकट दिया है.

तिलहर विधानसभा सीट

शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा सीट पर स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचने वाले बागी भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा को समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. तिलहर विधानसभा सीट से भाजपा ने सलोना कुशवाहा, बीएसपी ने नवाब फैजान अली खान और कांग्रेस कांग्रेस ने रजनीश गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारा है.

बिलासपुर विधानसभा सीट

रामपुर की बिलासपुर विधानसभा सीट से योगी सरकार में जल शक्ति राज्यमंत्री और इकलौते सिख मंत्री बलदेव सिंह औलख की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. बलदेव सिंह औलख के खिलाफ एसपी-आरएलडी गठबंधन ने अमरजीत सिंह, बीएसपी ने राम अवतार कश्यप, कांग्रेस ने संजय कपूर को प्रत्याशी बनाया है. माना जा रहा है कि इस बार बिलासपुर विधानसभा सीट पर बलदेव सिंह औलख की राह आसान नहीं होगी.

चंदौसी विधानसभा सीट

संभल की चंदौसी विधानसभा सीट से योगी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाबो देवी चुनावी मैदान में हैं. गुलाबो देवी को चंदौसी सीट से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध किया था.

हालांकि, भाजपा ने विरोध के स्वरों पर काबू पा लिया था. लेकिन, गुलाबो देवी के सामने विरोधियों के साथ भितरघात जैसी स्थिति से निपटने की भी चुनौती है. चंदौसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी और आरएलडी गठबंधन ने विमलेश कुमारी, बीएसपी ने रणविजय सिंह और कांग्रेस ने मिथिलेश कुमारी को टिकट दिया है.

कुंदरकी विधानसभा सीट

मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट भी इस बार चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल, यहां से समाजवादी पार्टी ने विधायक रहे हाजी रिजवान का टिकट काट कर सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान को एसपी-आरएलडी गठबंधन ने प्रत्याशी बनाया है.

एसपी विधायक हाजी रिजवान टिकट कटने के बाद बीएसपी में शामिल हो गए. इसके बाद वह बसपा से प्रत्याशी बनाए गए हैं. भाजपा ने कुंदरकी विधानसभा सीट से कमल प्रजापति और कांग्रेस ने दरकशा बेगम को अपना उम्मीदवार बनाया है.

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