अतीक और उसके गुर्गे दिल्ली के इसी ओखला के गांव में मस्जिद वाली गली में चुपचाप छिपा करते थे.. राजू पाल की हत्याकांड के बाद अशरफ महीने भर इसी घर में रहा.. अब जांच एजेंसियों को पता लगा है कि शफीक नाम के एक शख्स ने फरारी के दौरान असद को भी छुपने में मदद की थी..तब भी इसी घर का इस्तेमाल हुआ.. फिलहाल यह घर बंद है.. बहुत दिनों से यहां किसी ने किसी को नहीं देखा 4 मंजिला इमारत के पहले फ्लोर पर स्थित यह घर अतीक और उसके गुर्गों के लिए जुर्म के बाद एक सेफ हाऊस था..
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