बाराबंकी के योगेंद्र मिश्रा के साथ ऐसा क्या हुआ? जिसको लेकर उसने जिंदगी खत्म की और अब चंद्रशेखर भी सामने आ गए

UP News: बाराबंकी के योगेंद्र मिश्रा के साथ जो हुआ है, उसने सभी को हिला कर रख दिया है. अब इस मामले में भीम आर्मी चीफ और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद का भी रिएक्शन सामने आ गया है. उन्होंने योगेंद्र मिश्रा को लेकर कई अहम बात बोली हैं.

UP NEWS

यूपी तक

17 Mar 2025 (अपडेटेड: 17 Mar 2025, 03:52 PM)

follow google news

UP News: बाराबंकी थाना क्षेत्र के टिकैतनगर स्थित गोबरहा गांव के रहने वाले योगेंद्र मिश्रा ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली है. उसके साथ जो किया गया है, उसने सभी को हिला कर रख दिया है. आरोप है कि मजदूरी का पैसा मांगने पर योगेंद्र मिश्रा के साथ दबंगों ने दबंगई की. उसे खूब पीटा गया और उसके मुंह में पेशाब भी किया गया. बताया जा रहा है कि ये पूरा विवाद 3500 रुपये की मजदूरी मांगने को लेकर हुआ.

यह भी पढ़ें...

इस पूरी घटना से योगेंद्र मिश्रा इतना आहत हुआ कि 24 साल के योगेंद्र ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. बता दें कि इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ जान देने के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है. बता दें कि अब इस मामले में भीम आर्मी चीफ और नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद का भी बयान सामने आया है. उन्होंने भी बाराबंकी में हुई इस घटना का जिक्र करते हुए बड़ी मांग कर डाली है. 

चंद्रशेखर आजाद ये बोले

योगेंद्र मिश्रा के मामले को लेकर भीम आर्मी चीफ और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद का भी बयान सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर योगेंद्र मिश्रा मामले को उठाया है. आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया X पर लिखा,  उत्तर प्रदेश में बाराबंकी में टिकैतनगर थाना क्षेत्र के गोबरहा गांव में 24 वर्षीय योगेंद्र मिश्रा को सिर्फ 3,500 रुपये की मजदूरी मांगने पर उसे बेरहमी से पीटा गया, बांधकर उसके मुंह पर पेशाब किया गया, और इस घोर अपमान से आहत होकर उसने अपन जान दे दी. घटना दुखद और मानवता को शर्मसार करने वाली है.

भीम आर्मी चीफ ने आगे लिखा,  यह घटना ना सिर्फ कानून व्यवस्था की विफलता को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि गरीब और मजदूर वर्ग के हक मांगने पर उन्हें कैसी यातनाएं झेलनी पड़ रही हैं.  

इस दौरान सांसद चंद्रशेखर ने यूपी सरकार से योगेंद्र मिश्रा को लेकर कई मांग भी की. उन्होंने लिखा, यूपी सरकार से मांग है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. मृतक के परिवार को उचित आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए. मजदूरों के शोषण और उनके अधिकारों के हनन पर कड़ी कार्रवाई के लिए ठोस नीति बनाई जाए.

पुलिस ने इस मामले में क्या बताया?

इस मामले पर एएसपी बाराबंकी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया, योगेंद्र मिश्रा का रामू द्विवेदी पर 3500 रुपया उधार था. जब वह लेने गया तो रामू बोला कि अभी पैसा नहीं है. बाद में ले लेना. इस दौरान योगेंद्र, रामू का टीवी ले जाने लगा. इस पर विवाद हो गया. इस दौरान रामू के परिवार की एक महिला को चोट भी आई. मगर उसने कोई तहरीर नहीं दी. 

पुलिस अधिकारी ने आगे बताया, इस मामले में 14 मार्च को फिर विवाद हुआ और योगेंद्र ने वीडियो बनाया. फिर उसका शव खेत में मिला. फौरन केस दर्ज करते हुए 2 लोगों को हिरासत में लिया गया. आज मृतक की मां का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कई आरोप लगाए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

(सैयद रेहान मुस्तफा के इनपुट के साथ)

    follow whatsapp