UP weather update: उत्तरी भारत में एक साथ दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने जा रहे हैं. जिसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है. पहले से ही एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ी इलाकों में सक्रिय है जिसे एक दूसरे वेस्टर्न डिस्टरबेंस से भी अब मदद मिलेगी. मानसून की विदाई के बाद यह पहली दफा है कि उत्तरी भारत में बारिश का व्यापक असर देखने को मिलेगा.
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UP weather update: उत्तरी भारत में एक साथ दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने जा रहे हैं. जिसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है. पहले से ही एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ी इलाकों में सक्रिय है जिसे एक दूसरे वेस्टर्न डिस्टरबेंस से भी अब मदद मिलेगी. मानसून की विदाई के बाद यह पहली दफा है कि उत्तरी भारत में बारिश का व्यापक असर देखने को मिलेगा.
UP weather update: उत्तरी भारत में एक साथ दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने जा रहे हैं. जिसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है. पहले से ही एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ी इलाकों में सक्रिय है जिसे एक दूसरे वेस्टर्न डिस्टरबेंस से भी अब मदद मिलेगी. मानसून की विदाई के बाद यह पहली दफा है कि उत्तरी भारत में बारिश का व्यापक असर देखने को मिलेगा.
पहाड़ी इलाकों में शनिवार देर शाम को ही इसका असर देखने को मिल रहा है, जबकि मैदानी इलाकों में रविवार शाम के बाद पश्चिमी विक्षोभ का अच्छा खासा असर दिखना शुरू हो जाएगा.
पहाड़ी इलाकों में शनिवार देर शाम को ही इसका असर देखने को मिल रहा है, जबकि मैदानी इलाकों में रविवार शाम के बाद पश्चिमी विक्षोभ का अच्छा खासा असर दिखना शुरू हो जाएगा.
पहाड़ी इलाकों में शनिवार देर शाम को ही इसका असर देखने को मिल रहा है, जबकि मैदानी इलाकों में रविवार शाम के बाद पश्चिमी विक्षोभ का अच्छा खासा असर दिखना शुरू हो जाएगा.
मौसम विभाग का अनुमान है कि इसकी वजह से मध्यम दर्जे तक की बारिश तमाम उत्तरी भारत के राज्यों में दर्ज की जाएगी. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग का अनुमान है कि इसकी वजह से मध्यम दर्जे तक की बारिश तमाम उत्तरी भारत के राज्यों में दर्ज की जाएगी. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग का अनुमान है कि इसकी वजह से मध्यम दर्जे तक की बारिश तमाम उत्तरी भारत के राज्यों में दर्ज की जाएगी. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा.
ऐसा माना जा रहा है कि बारिश के इस स्पेल का सबसे ज्यादा असर तापमान पर देखने को मिल सकता है. अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमानों में हफ्ते के शुरू होने वाली बारिश की वजह से अच्छी खासी गिरावट देखने को मिलेगी.
ऐसा माना जा रहा है कि बारिश के इस स्पेल का सबसे ज्यादा असर तापमान पर देखने को मिल सकता है. अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमानों में हफ्ते के शुरू होने वाली बारिश की वजह से अच्छी खासी गिरावट देखने को मिलेगी.
ऐसा माना जा रहा है कि बारिश के इस स्पेल का सबसे ज्यादा असर तापमान पर देखने को मिल सकता है. अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमानों में हफ्ते के शुरू होने वाली बारिश की वजह से अच्छी खासी गिरावट देखने को मिलेगी.
जहां दिल्ली में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ सकता है वहीं न्यूनतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे आने का पूर्वानुमान मौसम विभाग लग रहा है. गौरतलब है कि अक्टूबर के मध्य तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान उत्तरी राज्यों में सामान्य से थोड़ा ऊपर ही दर्ज हुआ है.
जहां दिल्ली में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ सकता है वहीं न्यूनतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे आने का पूर्वानुमान मौसम विभाग लग रहा है. गौरतलब है कि अक्टूबर के मध्य तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान उत्तरी राज्यों में सामान्य से थोड़ा ऊपर ही दर्ज हुआ है.
UP weather update: उत्तरी भारत में एक साथ दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने जा रहे हैं. जिसकी वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है. पहले से ही एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ी इलाकों में सक्रिय है जिसे एक दूसरे वेस्टर्न डिस्टरबेंस से भी अब मदद मिलेगी. मानसून की विदाई के बाद यह पहली दफा है कि उत्तरी भारत में बारिश का व्यापक असर देखने को मिलेगा.
पहाड़ी इलाकों में शनिवार देर शाम को ही इसका असर देखने को मिल रहा है, जबकि मैदानी इलाकों में रविवार शाम के बाद पश्चिमी विक्षोभ का अच्छा खासा असर दिखना शुरू हो जाएगा.
मौसम विभाग का अनुमान है कि इसकी वजह से मध्यम दर्जे तक की बारिश तमाम उत्तरी भारत के राज्यों में दर्ज की जाएगी. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा.
ऐसा माना जा रहा है कि बारिश के इस स्पेल का सबसे ज्यादा असर तापमान पर देखने को मिल सकता है. अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमानों में हफ्ते के शुरू होने वाली बारिश की वजह से अच्छी खासी गिरावट देखने को मिलेगी.
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