Sonam Raghuvanshi Latest Updates: इस वक्त देश के सबसे चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. आपको बता दें कि इस मामले की मुख्य आरोपी और राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम ने इस बात को SIT के सामने कबूल किया है कि उसी ने अपने पति की हत्या करवाई थी. लेटेस्ट जानकारी ये सामने आई है कि सोनम SIT के सवालों के सामने टूट गई और उसने रोते हुए माना कि उसी ने प्रेमी राज के लिए अपने पति राजा को रास्ते से हटाया था. आपको बता दें कि यह खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने सोनम और अन्य आरोपियों के बीच वारदात के बाद हुई मुलाकात के सीसीटीवी फुटेज और घटनास्थल से बरामद हुई उसकी शर्ट की तस्वीरें उसके सामने रखी थीं.
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सोनम को पकड़वाने में गाइड अलर्ब्ट पीडी की अहम भूमिका
मिली जानकारी के मुताबिक, अल्बर्ट पीडी नामक गाइड ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने 22 मई को सोनम और राजा के साथ तीन अन्य पुरुषों को देखा था. ये सभी नोंग्रियाट से मावलखियाट की ओर 3000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए जा रहे थे. गाइड के अनुसार, राजा सहित चार पुरुष आगे चल रहे थे और एक महिला (सोनम) उनके पीछे थी.
अल्बर्ट ने यह भी बताया कि वे सभी हिंदी में बातचीत कर रहे थे. हालांकि, अल्बर्ट हिंदी अच्छे से नहीं समझते, लेकिन उन्होंने इतना जरूर महसूस किया कि कुछ ठीक नहीं है. उन्होंने पुलिस को इस संदर्भ में तुरंत अलर्ट किया. इससे पहले सोनम ने अल्बर्ट का साथ छोड़ दिया था और भावानसाई नामक गाइड को साथ लिया, जो उन्हें शिपारा होमस्टे तक छोड़ आया था. इसके बाद मेघालय पुलिस ने इस केस को 'ऑपरेशन हनीमून' का नाम दिया, जिसमें कुल 120 पुलिसकर्मी लगाए गए.
हत्या के बाद राजा के अकाउंट से डाला गया था ये पोस्ट
इससे भी बड़ी बात यह थी कि 23 मई को दोपहर करीब 2:15 बजे, राजा के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डाला गया, जिसमें लिखा था कि 'सात जन्मों का साथ है'. यह पोस्ट उस वक्त डाली गई जब राजा की हत्या हो चुकी थी. पुलिस का मानना है कि सोनम ने ही यह पोस्ट डालकर जांच को भटकाने की कोशिश की, ताकि ऐसा लगे कि राजा जीवित है और सब कुछ सामान्य है. यह हत्यारों की चालाकी भरी चाल का हिस्सा था.
हत्या में किसकी क्या थी भूमिका?
पुलिस के अनुसार, राजा पर पहला वार विशाल चौहान नामक आरोपी ने किया था. घटना के समय आनंद कुर्मी ने वही कपड़े पहने हुए थे जो उसने हत्या के वक्त पहने थे, जिससे उसकी संलिप्तता स्पष्ट होती है. सबसे अहम बात यह कि हत्या में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के पास की एक दुकान से खरीदा गया था. यानी, इस हत्या के पीछे की साजिश गहराई से और सुनियोजित तरीके से तैयार की गई थी, जो घटनास्थल से दूर से ही शुरू हो गई थी.
हत्या के बाद किसी को शक न हो, तो सोनम ने किया ये सब
23 मई को हत्या के तुरंत बाद सोनाम ट्रेन से गुवाहाटी के लिए रवाना हुई. वहां से सिलीगुड़ी होते हुए 25 मई को इंदौर पहुंची, जहां उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मुलाकात की. इंदौर में वह एक दिन किराए के घर में रुकी. इसके बाद, वह एक ड्राइवर के जरिए यूपी के वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुंची, जहां उसने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
10 दिन में रची गई थी पूरी साजिश
जांच में पता चला है कि यह पूरी साजिश शादी के महज 10 दिन बाद ही तैयार कर ली गई थी. सोनम लगातार अपने प्रेमी राज कुशवाहा और बाकी आरोपियों के संपर्क में थी. सभी आरोपी अलग-अलग होटलों में रुके थे, लेकिन एक ही इलाके में, ताकि किसी को शक न हो और वे आसानी से मिल सकें. पुलिस का यह भी दावा है कि इस हत्या का मकसद सिर्फ एक था- राजा को रास्ते से हटाकर सोनम का अपने प्रेमी राज के साथ रहना.
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