PDA कांवड़ लेकर 751 किमी सफर पर हरिद्वार से लखनऊ, फिर वाराणसी के लिए निकले बरेली के इन युवकों की कहानी अब पता चली

UP News: अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूला अब लगातार चर्चाओं में बना रहता है. इसी बीच अब जब यूपी में कांवड़ यात्रा भी निकलनी शुूरू हो गई है तो पीडीए कांवड़ यात्रा भी देखने को मिल रही है. जानिए पीडीए कांवड़ यात्रा निकालने वाली इन युवकों की असल कहानी.

UP News

यूपी तक

• 03:38 PM • 06 Jul 2025

follow google news

UP News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पीडीए फॉर्मूला (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है. सपा समर्थकों में पीडीए की धूम मची हुई है. अब जब उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा शुरू होने को है तो अब पीडीए कांवड़ यात्रा भी देखने को मिलने लगी है.

यह भी पढ़ें...

दरअसल यूपी के बरेली के कुछ युवक पीडीए कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं. इन कांवड़ियों ने हरिद्वार में गंगा स्नान करके, गंगा जल लिया है और कांवड़ यात्रा शुरू की है. इनका मकसद बरेली जाना है और फिर लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात करके, काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगा जल चढ़ाना है. इन कांवड़ियों का कहना है कि वह अखिलेश यादव के लिए कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं और उन्होंने भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की है कि अखिलेश भैया 2027 में मुख्यमंत्री बन जाएं.

ये भी पढ़ें: मोहर्रम पर ऐसा कौन सा शरबत पी लिया कि सहारनपुर के नानौता में 150 लोग हुए बीमार, शबी हैदर की हुई मौत?

अखिलेश के लिए PDA कांवड़ यात्रा

बरेली के कुछ युवक हरिद्वार गए और वहां से कांवड़ यात्रा लेकर निकल पड़े. खास बात ये है कि ये कांवड़ पीडीए की कांवड़ है और इनमें अखिलेश यादव की फोटो लगी हुई है. इसी के साथ कांवड़ पर समाजवादी पार्टी के झंडे लगे हुए हैं. 

बम-बम भोले कहते हुए ये कांवड़िए अखिलेश यादव के लिए ये कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं. इनका कहना है कि इन्हें भोलेनाथ ने प्रेरणा दी हैं और वह अखिलेश यादव के लिए ये कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं, जिससे वह साल 2027 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकें. कांवड़ियों का कहना है कि उन्होंने भोलेनाथ से मनोकामना मांगी है कि वह उनके अखिलेश भैया को मुख्यमंत्री बना दें

'अखिलेश भैया के पैर छुएंगे'

कांवड़िए बोले, हम लोग बरेली के रहने वाले हैं. हम लोगों ने हरिद्वार से जल भरा है. यहां से बरेली जाएंगे और फिर लखनऊ जाएंगे. अखिलेश भैया के पैर छुएंगे और फिर काशी विश्वनाथ जाकर जल चढ़ाएंगे. 

ये भी पढ़ें: लखनऊ के पप्पू उर्फ मोहम्मद शरीफ से कई परिवार लेते थे दूध, अब सभी भारी गुस्से में और घिन भी आ रही, ऐसा क्या किया उसने?

कांवड़ यात्रियों का ये भी कहना है कि उन्होंने एक जल अलग से लिया है. इस जल से वह अखिलेश यादव के पैर छुएंगे. कांवड़िया ने साफ कहा कि अखिलेश यादव के लिए ये उनकी आस्था है. वह सभी अखिलेश यादव से प्रेम करते हैं, उनका समर्थन करते हैं. 

बता दें कि कांवड़ पर अखिलेश यादव की फोटो बनी हुई है. सपा और तिरंगा झंडा लगा हुआ है. हनुमान जी की फोटो लगी हुई है.

    follow whatsapp