ASP Anuj Chaudhary Transfer: संभल में अपने कार्यकाल के दौरान जमकर चर्चा में रहे पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी का अब तबलादा हो गया है. उनकी नई तैनाती फिरोजाबाद जिले में हुई है. उन्हें ASP (ग्रामीण) का चार्ज सौंपा गया है. होली पर मुस्लिम समाज को लेकर दिए गए अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में आए अनुज चौधरी लगभग 21 महीने तक संभल में तैनात रहे. इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में सीएम योगी ने अनुज चौधरी के बयान का समर्थन कर उन्हें पहलवान बताया था. बता दें कि अनुज चौधरी अर्जुन अवॉर्ड विजेता हैं. इस खबर में आगे आप तफ्सील से अनुज चौधरी की पूरी कहानी जानिए. साथ में यह भी जानिए कि अपने तबादले पर अनुज चौधरी ने क्या कहा?
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ट्रांसफर के बाद अनुज चौधरी ने क्या कहा?
अपने ट्रांसफर के बाद अनुज चौधरी ने यूपी Tak से खास बातचीत में कहा, 'तबादला होना एक रूटिंग प्रक्रिया है. लेकिन संभल जनपद में तनाती का कार्यकाल काफी अच्छा रहा. हमेशा अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने और लोगों को न्याय दिलाने के लिए काम किया. सीनियर अधिकारियों के द्वारा अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से छूट दी गई. संभल जनपद के कार्यकाल से काफी कुछ सीखने के लिए मिला है और आगे भी अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ पुलिसिंग जारी रहेगी. जहां तक पिछले बयानों का सवाल है तो मेरी इंटेंशन कुछ भी गलत नहीं थी. बल्कि अपनी बातों को समझाने के लिए कोई भी बात कही थी.'
कैसा रहा अनुज चौधरी का संभल में कार्यकाल?
संभल जिले में CO से प्रमोशन पाकर ASP बने अनुज चौधरी का 21 महीने बाद फिरोजाबाद तबादला हो गया है. अनुज चौधरी को फिरोजाबाद का एएसपी ग्रामीण बनाया गया है. संभल हिंसा के बाद तीर्थों और कूपों की खुदाई के दौरान संभल पहुंची किष्किंधा रथ यात्रा के दौरान अनुज चौधरी हाथ में 'गदा' लेकर चलते हुए नजर आए थे. इसके बाद अनुज चौधरी ने होली से पहले पीस कमेटी की बैठक के दौरान एक ऐसा बयान दिया था जो जमकर वायरल हुआ था. तब अनुज चौधरी ने कहा था, 'होली साल में 1 बार और जुमा साल में 52 बार आता है.' इस बयान से वह विपक्षी पार्टियों तक के निशाने पर आ गए थे. मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में सीओ अनुज चौधरी के इस बयान का समर्थन करते हुए तमाम चर्चाओं पर विराम लगा दिया था.
रामपुर से संभल आए थे अनुज चौधरी
16 दिसंबर 2023 को अनुज चौधरी का तबादला रामपुर से संभल जिले में किया गया था. अनुज चौधरी को संभल जिले के सबसे संवेदनशील संभल सर्किल का चार्ज सौंपकर सीओ संभल बनाया गया. संभल की जामा मस्जिद में 24 नवंबर 2024 को कोर्ट के आदेश पर हुए एडवोकेट कमीशन सर्वे के दौरान जामा मस्जिद के इलाके में भयंकर हिंसा भड़क गई थी. हिंसा के बाद सीओ अनुज चौधरी काफी चर्चा में आए थे.
हिंसा का माहौल कुछ शांत हुआ तो संभल पहुंची किष्किंधा रथ यात्रा के दौरान सीओ अनुज चौधरी द्वारा हाथ में गदा लेकर चलने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. किष्किंधा रथयात्रा में हाथ में गदा लेकर चलने के वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर कई राजनीतिक विपक्षी पार्टियों ने उसको पुलिस नियमावली का उल्लंघन बताया था. इसके बाद होली के त्योहार से पहले सीओ अनुज चौधरी ने संभल सदर कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक के दौरान 'होली साल में 1 बार आने और जुम्मा साल में 52 बार' आने वाला बयान दिया था. पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा इस मामले में एक शिकायत भी की गई थी.
मगर इसी दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में सीओ अनुज चौधरी के बयान का समर्थन करते हुए उन्हें पहलवान कहकर तमाम तरह की अटकलों पर विराम लगाया दिया थ. संभल सर्किल में सीओ अनुज चौधरी का डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद एसपी केके बिश्नोई ने 3 मई को उनका संभल जिले के ही दूसरे सर्किल चंदौसी में तबादला कर दिया था. जिसके बाद पिछले साढ़े 4 महीने से सीओ अनुज चौधरी संभल जिले के चंदौसी सर्किल में पुलिसिंग कर रहे थे.
स्वतंत्रता दिवस से पहले मिला था प्रमोशन, बने थे ASP
इसी साल 9 अगस्त को अनुज चौधरी का प्रमोशन हुआ और उन्हें ASP बनाया गया था. अनुज चौधरी स्पोर्ट्स कोटे से प्रमोशन पाकर ASP बनने वाले पहले अफसर बने. प्रमोशन मिलते ही एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और एएसपी उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अनुज चौधरी के कंधों पर अशोक स्तंभ लगाए थे.
25 साल पहले की थी यूपी पुलिस जॉइन
अनुज चौधरी साल 2000 में यूपी पुलिस में खेल कोटे से सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती हुए थे. इसके बाद साल 2003 में उन्हें इंस्पेक्टर बनाया गया था और फिर वर्ष 2012 में अनुज चौधरी को प्रमोट करते हुए सीओ बनाया गया था. 13 साल तक सीओ रहने के बाद अब अनुज चौधरी ASP बन गए हैं.
कहा और कब जन्मे अनुज चौधरी?
ASP बने अनुज चौधरी का जन्म मुजफ्फरनगर जिले के बधेरी गांव में 5 अगस्त 1980 को हुआ था. खुद की और परिवार की रुचि के कारण दिल्ली के प्रतिष्ठित गुरु हनुमान अखाड़े में उन्होंने प्रशिक्षण लिया था. अनुज चौधरी ने राष्ट्रीय खेलों में कई बार स्वर्ण पदक जीता. इसी के साथ अखिल भारतीय पुलिस खेलो में भी स्वर्ण पदक जीता था. इसी बीच साल 2001 में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा अनुज चौधरी को लक्ष्मण पुरस्कार दिया गया था, जबकि साल 2005 में अनुज चौधरी को भारत सरकार के द्वारा अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इसी के साथ साल 2016 में यश भारती सम्मान और वर्ष 2010 में मान्यवर काशीराम पुरस्कार भी अनुज चौधरी को मिल चुका है.
संभल में तैनाती के दौरान अनुज चौधरी पर बने गाने!
संभल हिंसा के बाद चर्चा में आए अनुज चौधरी अपने बयानों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चाओं में रहे. इसी बीच संभल जिले में तैनाती के दौरान ही अनुज चौधरी पर कई गाने भी बने. कई जुलूसों के दौरान भी अनुज चौधरी के फैंस उन्हीं गानों पर झूमते हुए नजर आए.
सोशल मीडिया पर बड़ी फैन फॉलोइंग!
अनुज चौधरी जिस तरह से पुलिसिंग को लेकरकाफी चर्चित अफसर हैं तो वहीं सोशल मीडिया पर भी उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है. अनुज चौधरी के इंस्टाग्राम पर 779K यानी 7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. वहीं फेसबुक पर भी उनके 802K यानी 8 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
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