UP News: संभल हिंसा मामले में आज संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क से एसआईटी टीम ने पूछताछ की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संभल सांसद SIT के कई सवालों पर जवाब देने में अटके हैं. संभल हिंसा की जांच में सामने आया था कि हिंसा से एक दिन पहले जामा मस्जिद सदर और संभल सांसद के बीच 3 बार बातचीत हुई थी. पुलिस ने जामा मस्जिद सदर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. एसआईटी की टीम जानना चाहती थी कि सांसद और मस्जिद सदर जफर के बीच क्या-क्या बात हुई थी?
ADVERTISEMENT
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने SIT को बताया कि उन्हें ये जानकारी नहीं थी कि 24 फरवरी को सर्वे होना है. एक दिन पहले की रात उनकी जफर से बातचीत हुई थी. मस्जिद सदर जफर अली को सर्वे की सारी जानकारी थी.
जवाब नहीं दे पाए सांसद!
सूत्रों से पता चला है कि जब पूछताछ टीम ने सांसद से 23 नवंबर की उनकी बातचीत पर सवाल किए गए सपा सांसद सही जवाब नहीं दे पाए. दरअसल एसआईटी टीम ने साइंटिफिक सबूतों के आधार पर सपा सांसद से कई सवाल किए थे. मगर इन सवालों से सपा सांसद बचते नजर आए.
व्हाट्सएप ग्रुप को लेकर किए गए सवाल
संभल हिंसा की जांच में सामने आया था कि हिंसा से पहले कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे. कई व्हाट्सएप ग्रुप में खुद संभल सपा सांसद भी थे. एसआईटी ने इससे जुड़े सवाल भी पूछे. इस दौरान संभल सांसद ने बताया कि वह 100 से अधिक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हैं. SIT ने सपा सांसद से उनके सोशल मीडिया ग्रुप की जानकारी मांगी है, जिसे वो जल्द देंगे.
3 घंटे हुई पूछताछ
बता दें कि सपा सांसद से करीब 3 घंटे तक एसआईटी टीम ने पूछताछ की है. पूछताछ के बाद सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि वह उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक जांच में सहयोग करने आए हैं. उनसे जो भी पूछा गया, उन्होंने बता दिया. इससे पहले सपा सांसद ने ये भी कहा था कि वह पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं. वह सांसद हैं और कानून, संविधान और कोर्ट पर पूरा भरोसा रखते हैं.
आपको बता दें कि संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान संभल में हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में 4 से 5 लोगों की मौत हुई थी. पुलिस पर भी फायरिंग हुई थी. जमकर पथराव किया गया था. इसी के बाद से एसआईटी की टीम संभल हिंसा की जांच कर रही है.
ADVERTISEMENT
