Maha Kumbh viral video news: प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक और झूठी खबरें फैलाने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसमें दावा किया गया कि महाकुंभ में भगदड़ के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और उनके परिजन शवों को कंधे पर ढोकर ले जा रहे हैं. हालांकि, यूपी पुलिस के फैक्ट चेक में यह दावा पूरी तरह फर्जी निकला.
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नेपाल की घटना का वीडियो शेयर कर फैलाई गई अफवाह
सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद कुंभ मेला पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो नेपाल की एक पुरानी घटना से संबंधित है, जिसका महाकुंभ से कोई संबंध नहीं है. पुलिस ने इसे गलत तरीके से प्रयागराज महाकुंभ से जोड़ने को अफवाह फैलाने की कोशिश बताया.
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर केस दर्ज
महाकुंभ को लेकर झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए सात 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. एसएसपी (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने बताया, "सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने वाले सात एक्स अकाउंट और एक इंस्टाग्राम अकाउंट के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. ऐसे किसी भी भ्रामक प्रचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश!
इसके अलावा, टाइगर यादव नामक व्यक्ति की सोशल मीडिया आईडी से एक वीडियो पोस्ट किया गया. इसमें दावा किया गया कि कुंभ मेले में शवों को नदी में प्रवाहित किया जा रहा है और जीवित लोगों की किडनी निकालकर उनकी लाशें बहाई जा रही हैं. इस फर्जी वीडियो के जरिए उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने और जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की गई. पुलिस ने इस मामले में भी कार्रवाई शुरू कर दी है.
यूपी पुलिस की अपील - अफवाहों से बचें
कुंभ मेला पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर जनता से अपील की है कि किसी भी वीडियो या खबर को बिना जांचे-परखे शेयर न करें.
पुलिस का कहना है कि इस तरह की अफवाहें न केवल समाज में दहशत फैलाती हैं, बल्कि बड़े धार्मिक आयोजनों की व्यवस्था पर भी सवाल उठाती हैं. आपको बता दें कि महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं. ऐसे में पुलिस किसी भी तरह की अफवाह को सख्ती से रोकने के लिए तत्पर है. झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी और उनकी डिजिटल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
महाकुंभ 2025 को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी दावों की बाढ़ आ गई है, लेकिन पुलिस ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. आम जनता को भी सतर्क रहने की जरूरत है और बिना पुष्टि किए किसी भी वीडियो या खबर को आगे बढ़ाने से बचना चाहिए.
(पीटीआई-भाषा के इनपुट्स के साथ).
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