उत्तर प्रदेश समेत देश के अलग-अलग इलाकों में I Love Muhammad पोस्टर विवाद को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं. ऐसा ही कुछ यूपी के कासगंज में भी देखने को मिला. कासगंज के गंजडुंडवारा कस्बे में पिछली जुमे की नमाज के बाद प्रशासन द्वारा ‘I Love Muhammad’ के पोस्टर हटाए जाने की खबर फैलते ही स्थानीय मुस्लिम समुदाय में व्यापक आक्रोश फैल गया. बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष पटियाली तिराहे की कुबा जामा मस्जिद के बाहर जमा होकर बैनर वापस लगाने की मांग पर हंगामा करने लगे. देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ एकत्र हो गई, जिससे इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया और भारी पुलिसबल मौके पर तैनात किया गया.
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एसपी अंकिता शर्मा ने खुद संभाला मोर्चा
जैसे ही स्थिति बिगड़ी, सीओ संदीप वर्मा और कोतवाली प्रभारी भोजराज अवस्थी ने भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर माहौल को काबू में करने का प्रयास किया. मामला तब शांत हुआ जब प्रशासन की मौजूदगी में बैनर दोबारा लगाने की अनुमति दी गई. उस समय भारी जाम लग गया, एक एम्बुलेंस तक जाम में फंस गई जिसे पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद निकाला. पूरे कस्बे में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि शांति बनाए रखी जा सके. एसपी अंकिता शर्मा ने खुद मोर्चा संभाला और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.
यहां नीचे देखिए मौके पर मौजूद SP अंकिता शर्मा ने कैसे भीड़ को किया कंट्रोल
आपको बता दें कि इस विवाद की शुरुआत कानपुर से हुई थी, जहां बरात के जुलूस के दौरान ‘I Love Muhammad’ लिखा एक लाइट बोर्ड लगाया गया था. इस पर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद उन्नाव और अन्य जिलों में भी विरोध-प्रदर्शन हुए. बरेली में कथित तौर पर मौलाना तौकीर रजा की आह्वान पर हिंसक प्रदर्शन, पथराव और फायरिंग जैसी घटनाएं हुईं. इसके बाद 11 एफआईआर दर्ज की गईं और कई गिरफ्तारियां भी हुईं. कासगंज की घटना भी इसी विवाद का हिस्सा थी. पर अब यहां मामला शांत है.
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