चंदौली: सरकारी अस्पताल में मरीज के बेड पर आराम फरमाता दिखा कुत्ता, CMO ने दिए जांच के आदेश

उदय गुप्ता

• 09:41 AM • 18 Nov 2022

उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां सरकार द्वारा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की दिशा में तमाम तरह के दावे किए जाते हैं. वहीं…

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उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां सरकार द्वारा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की दिशा में तमाम तरह के दावे किए जाते हैं. वहीं गाहे-बगाहे सरकारी अस्पतालों से कुछ इस तरह की तस्वीरें सामने आ जाती हैं, जिन्हें देखने के बाद इन सभी दावों की पोल खुल जाती है.

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सरकारी अस्पतालों की दुर्व्यवस्था का पोल खोलता हुआ एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बेड पर कुत्ता आराम फरमा रहा है. यह वीडियो पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के शहाबगंज स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जिसके सामने आने के बाद अब विभागीय अधिकारी पूरे मामले की जांच और कार्यवाही करने की बात कर रहे हैं.

चकिया तहसील के शहाब गंज में स्थित यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंदौली जिला मुख्यालय से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर है. किसी जमाने में यह इलाका नक्सल प्रभावित माना जाता था और इस इलाके में नक्सली गतिविधियां जोरों पर थीं. लेकिन इस इलाके में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहाब गंज के ब्लॉक परिसर में ही एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था, ताकि इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कराई जा सके.

मगर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो इस अस्पताल में बरती जा रही लापरवाही का जीता-जागता सबूत है. फिलहाल चंदौली के सीएमओ डाक्टर युगल किशोर राय ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

चंदौली के सीएमओ डॉ. युगल किशोर राय ने बताया, “मैंने अपने मोबाइल में व्हाट्सएप पर यह वीडियो देखा है. मैं तत्काल इसकी जांच करा रहा हूं. जांच के उपरांत जो भी व्यक्ति इसके लिए दोषी पाया जाएगा, चाहे वह अधिकारी हो या कर्मचारी हो, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने आगे कहा, “इस तरह की घटनाएं बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं हैं. हमारे जितने भी हॉस्पिटल हैं, उनके सभी अधीक्षक और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को मैं सचेत कर रहा हूं कि वह सतर्क रहें और सजग रहें. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति कदापि नहीं होनी चाहिए.अन्यथा इस स्थिति में दोषी पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी.”

बहरहाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि एक तरफ जहां सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ इस तरह की तस्वीरें सरकारी अस्पतालों के इंतजामों की पोल जरूर खोल रहे हैं, जहां मरीजों की जगह बेड पर कुत्ते आराम फरमा रहे हैं.

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