Bahraich Violence Latest Updates : उत्तर प्रदेश स्थित बहराइच में दुर्गा जी की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में गोपाल मिश्रा की मौत के वहां के हालात बेकाबू हो गए. घटना के अगले दिन यानी सोमवार को पूरे इलाके में जबरदस्त हिंसा और आगजनी हुई. वहीं हिंसा ने लखनऊ तक प्रशासन में हड़कंप मचा दिया. घटनाक्रम ऐसा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलानी पड़ी. उन्हें हालात को काबू में लाने के लिए होम सेक्रेटरी, एडीजी, और एसटीएफ चीफ को घटनास्थल पर भेजना पड़ा. पीएसी, आरएएफ, और कई थानों की फोर्स के मौके पर पहुंचने के बाद हालात करीब 18 घंटे बाद नियंत्रण में आए.
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बवाल के बाद घर छोड़कर भागे लोग
घटना की शुरुआत रविवार शाम लगभग 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प से हुई. पत्थरबाजी और फायरिंग में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए. इसके बाद जिले में हिंसा फैल गई और हजारों लोग लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आए. उन्होंने तोड़फोड़ और नारेबाजी शुरू कर दी. हिंसा के बीच एक अस्पताल और कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. बहराइच के महसी तहसील में कर्फ्यू जैसे हालात बन गए. बवाल के बीच कई लोग अपने घर तक छोड़कर भाग गए हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है.
मृतक के परिवार ने की ये मांग
सीएम योगी ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सख्त कदम उठाए. एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को बहराइच भेजा गया. उधर, हिंसा के मामले में कुल 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है और कई के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया है ताकि अफवाहों पर रोक लग सके. वहीं मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है. उन्होंने कहा कि दोषियों का एनकाउंटर किया जाए और उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाए.
इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस
बहराइच जिला प्रशासन के अनुसार, अब तक 30 उपद्रवी हिरासत में लिए जा चुके हैं. हिंसा मामले में पुलिस ने अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और और मारफ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसी के साथ 4 अज्ञात के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है.
अखिलेश ने उठाए सवाल
वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने बहराइच घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इस घटना के सभी पक्षों से मेरी अपील है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखें। अखिलेश यादव ने कहा कि इस घटना के पीछे शासन की चूक का हाथ है और इसका जिम्मेदार प्रशासन है. सरकार को तुरंत इस घटना की पूरी जानकारी लेनी चाहिए थी और न्याय सुनिश्चित करना चाहिए था. अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह वोट की राजनीति के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा समाज में नफरत फैलाने का काम कर रही है ताकि वोट बैंक को संतुष्ट किया जा सके. सपा प्रमुख ने कहा कि जब तक सरकार नहीं बदलेगी, तब तक इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगना मुश्किल है.
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