अयोध्या: कैसा होगा रामलला का मंदिर, क्या होगा खास? पहली बार ट्रस्ट ने विस्तार से बताया

बनबीर सिंह

• 07:06 AM • 19 Dec 2022

Ayodhya News: राम नगरी अयोध्या में हो रहे भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण पर करोड़ों लोगों की निगाहें हैं. आपको बता दें कि श्री रामजन्मभूमि…

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Ayodhya News: राम नगरी अयोध्या में हो रहे भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण पर करोड़ों लोगों की निगाहें हैं. आपको बता दें कि श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम अक्तूबर 2023 तक पूरा हो जाएगा. हालाकि रामलला की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा जनवरी 2024 में मकरसंक्रांति के बाद की जाएगी, जिसके भव्य समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल होंगे. अब इसको लेकर चर्चा भी शुरू हो चुकी है.

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राम मंदिर ट्रस्ट ने निर्माण प्रक्रिया से लेकर मंदिर में प्रवेश के रास्ते समेत दर्शनार्थियों की सुविधा और प्रसाद वितरण के तरीके समेत पूरी व्यवस्था का पहली बार खुलासा किया है. आज हम आपको अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण और उसकी व्यवस्था के हर एक पहलू के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.

2024 में होगी भव्य प्राण प्रतिष्ठा

Ayodhya Ram Mandir: श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाना था. अब मंदिर ट्रस्ट ने साफ किया है कि उन्होंने अब इसके लिए जो समय सीमा तय की है वह दो माह पहले यानि अक्टूबर 2023 की है, जिससे जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के बाद सूर्य के उत्तरायण होते ही भव्य और दिव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जा सके.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताय कि, “ हमारा लक्ष्य है कि मंदिर निर्माण का कार्य अक्टूबर 2023 तक पूरा हो, ताकि हम प्राण प्रतिष्ठा का निर्णय कर सकें.” उन्होंने आगे बताया कि, “गर्भ गृह के पास जो तराशे गए पत्थर के खंभे खड़े किए गए हैं वह तो लगभग 5 फीट ही है, लेकिन मंदिर के चारों तरफ जो खंभे खड़े किए गए हैं उनकी ऊंचाई लगभग 15 फीट तक पहुंच गई है. यह खंभे एक के ऊपर एक खड़े किए जा रहे है. मंदिर की छत तक ऐसे 7 खंभों को जोड़ा जाएगा.” गौरतलब है कि ट्रस्ट का दावा है कि खंभों को इस तरह जोड़ा जा रहा है कि उन्हें देखकर यह समझना मुश्किल होगा कि इनका जोड़ कहां पर है.

बारीकी से हो रहा काम

Ayodhya Ram Temple: चंपत राय ने जानकारी देते हुए कहा कि, “आप जब मंदिर के खंभों को देखेंगे आपको यह खोजना कठिन हो जाएगा कि मंदिरों में जोड़ कहां है? एक खंभे में सात पत्थर एक के ऊपर एक रखे जाएंगे. सात पत्थरों का जोड़ कैसे होगा इसके लिए आपको बहुत दिमाग लगाना पड़ेगा. यहां बहुत फाइन काम हो रहा है.

रामायण कालीन चित्रकारी होगी

राम मंदिर की खूबसूरती की बात करे तो खंभों पर शानदार नक्काशी तो होगी ही. इसके साथ ही मंदिर के चारों तरफ परकोटे में भी रामायण कालीन चित्रकारी होगी और मंदिर की फर्श पर भी कालीननुमा बेहतरीन चित्रकारी होगी. इस पर भी काम चल रहा है. चित्रकारी पूरी होने लके बाद, नक्काशी के बाद फर्श के पत्थरों को रामजन्मभूमि परिसर स्थित निर्माण स्थल तक लाया जाएगा.

प्रवेश का मुख्य मार्ग रामपथ से जुड़ा भक्ति मार्ग होगा

राम मंदिर निर्माण: श्री राम मंदिर में प्रवेश का मुख्य मार्ग रामपथ से जुड़ा भक्ति मार्ग होगा, जिसका निर्माण चल रहा है. इसमें सबसे पहले यात्री सेवा केंद्र होगा. अभी फिलहाल 25 हजार दर्शनार्थियों के लिए इसका निर्माण किया जा रहा है. आने वाले कुछ सालों में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इसे 1,00,000 लोगों की क्षमता तक बढ़ाया जा सकता है.

श्री राम मंदिर में प्रवेश के पहले यात्री सुविधा केंद्र मिलेगा. यहीं पर सिक्योरिटी पॉइंट भी होगा, जहां पर श्रद्धालुओं की चेकिंग और सामानों की जांच की जाएगी. यहां पर श्रद्धालुओं को बैठने, आराम करने आदि की व्यवस्था की जाएगी.

इस बारे में चंपत राय ने बताया कि, “ आने वाले यात्रियों के सामने समस्या आती है कि वह अपना सामान कहां रखे. मगर यहां 25,000 यात्रियों का सामान रखने की सुविधा होगी. यात्रियों के लिए यह मुफ्त होगा. यहा यात्री आराम कर सकता है, यहां शौचालय की भी अच्छी व्यवस्था होगी.”

प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे भक्त

Ayodhya Ram Mandir Construction Update: बता दें कि अभी अस्थाई श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रसाद चढ़ाने पर रोक है. हालांकि इसके पहले चीनी से बनी इलायची दाना और मिश्री के टुकड़े चढ़ाने की अनुमति थी. अब सवाल उठता है कि जब श्री राम मंदिर में भगवान रामलला विराजमान हो जाएंगे तो प्रसाद के रूप में श्रद्धालु अपने आराध्य को क्या चढ़ा सकेंगे? तो हम आपको बता दें कि अभी तक ट्रस्ट का फैसला है कि श्रद्धालु रामलला को कोई भी प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे. यह जरूर है कि श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद मंदिर की तरफ से प्रसाद मिलेगा. यह प्रसाद क्या होगा अभी तक इसका फैसला नहीं हुआ है.

आपको बता दें कि ट्रस्ट की इस बात पर सहमति बन चुकी है कि जो भी प्रसाद दिया जाएगा वह इस तरह का होगा कि अगले 15 दिनों तक खराब ना हो सके, जिससे दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु प्रसाद को अपने घर तक सुरक्षित ले जा सके.

भव्य होगी प्राण प्रतिष्ठा

Ram Mandir News: ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2024 में होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भव्य और दिव्य होगा. इस कार्यक्रम में देश के कई गणमान्य लोग शामिल होंगे. श्री राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, 5 अगस्त 2020 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण से पहले गर्भ गृह पर भूमि पूजन किया था तो उस समय कोरोना वायरस के चलते कई तरह की पाबंदियां थी. उस समय भी भूमि पूजन में शामिल होने के लिए बहुत से गणमान्य व्यक्ति आना चाहते थे, लेकिन उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली थी.

अब कोरोना वायरस का दौर समाप्त हो चुका है. ऐसे में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस भव्य कार्यक्रम को लेकर भी मंथन शुरू हो चुका है और इसको लेकर ट्रस्ट ने चुनिंदा लोगों से विचारविमर्श भी शुरू कर दिया है.

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