कानपुर : BJP नेता की दवा व्यापारी से मारपीट के मामले में आया नया मोड़, पुलिस की इस कार्रवाई से उठे सवाल

सिमर चावला

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रोडरेज की घटना से जुड़े सनसनीखेज घटनाक्रम में आरोपी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्षद सौम्या शुक्ला के…

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Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रोडरेज की घटना से जुड़े सनसनीखेज घटनाक्रम में आरोपी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित शुक्ला (Ankit Shukla) ने सरेंडर कर दिया है. वहीं कई दिनों तक धरनों और कमिश्नर ऑफिस घेराव का सिलसिला अभी खत्म ही हुआ था कि कानपुर पुलिस द्वारा एक ऐसा फैसला लिया गया. जिस पर जमकर सवाल उठ रहे हैं.

पुलिस ने दर्ज किया क्रॉस FIR

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा एक दवाई व्यापारी की जमकर पिटाई करने के मामले में आरोपी पार्षद पति और अन्य नेताओं ने शुक्रवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. कई दिनों तक सिख समाज द्वारा आरोपियों के खिलाफ प्रदर्शन होता रहा. वहीं भाजपा नेताओं द्वारा भी बार-बार आरोपियों की पैरवी के लिए कमिश्नर ऑफिस का घेराव किया गया.

कार्रवाई पर उठे सवाल

पहले तो कानपुर पुलिस कमिश्नर ने दो टूक होकर कह दिया था की जांच एकदम ठीक हुई है, घटना के सीसीटीवी फुटेज मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर ही कानपुर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है. लेकिन उसके बाद भी भाजपा नेता दूसरे पक्ष पर मुकदमा लिखने का दबाव बनाते रहे. लेकिन शुक्रवार रात को कानपुर पुलिस द्वारा इस मामले में पार्षद सौम्या शुक्ला की तहरीर पर क्रॉस मुकदमा लिख दिया गया.

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यह मुकदमा तर चालक के नाम पर लिखा गया है जिसमें आरोपी को फिलहाल अज्ञात रखा हुआ है. साथ में छेड़खानी समेत मारपीट की धाराओं भी लगाई गई है.

भाजपा नेता ने किया है सरेंडर

गौरतलब बात है कि एक ही दिन के अंदर कानपुर पुलिस ने अपना स्टैंड चेंज कर दिया. जिस तरीके से आरोपियों ने गाजे बाजे के साथ नारे लगाते हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के बीच जॉइंट कमिश्नर ऑफिस की मेज पर जाकर सरेंडर किया. अब इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह किसी के दबाव में किया गया. कई घंटे तक अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे रहे और और मीडिया के कई बार बोलने पर भी कोई बयान जारी नहीं किया.

फिर शाम होते होते जब कमिश्नर से यूपीतक ने बात की तो उनका कहना था कि, ‘इस मामले में आधिकारिक वर्जन देने के लिए मैंने अधिकारियों को बोल दिया है लेकिन घंटा इंतजार और कई बार अधिकारियों को फोन करने के बाद भी पुलिस ने कोई बयान जारी नहीं किया.’ इस पूरे मामले में कानपुर पुलिस अपनी किरकिरी होने के दर से फिलहाल बयान देने से बच रही है.

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