UP: अब जूता कारोबारियों पर छापा, जानें कौन हैं मन्नू अलघ, मानसी चंद्रा और विजय आहूजा?
उत्तर प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कई कारोबारियों के ठिकानों पर पड़ रहे छापों से सियासत तेज हो गई है.…
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उत्तर प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कई कारोबारियों के ठिकानों पर पड़ रहे छापों से सियासत तेज हो गई है. कारोबारी पीयूष जैन और समाजवादी पार्टी (एसपी) के एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी के ठिकानों पर छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने मंगलवार, 4 जनवरी को और कई जगह ताबड़तोड़ छापे मारे. आपको बता दें कि आगरा में आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को तीन जूता कारोबारियों पर शिकंजा कसते हुए उनके ठिकानों पर छापे मारे. मिली जानकारी के अनुसार, आगरा में मन्नू अलघ, मानसी चंद्रा और विजय आहूजा नाम के तीन बड़े जूता कारोबारियों के यहां रेड पड़ी है.
बता दें कि नोवा शूज के मालिक मन्नू अलघ एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नजदीकी माने जाते हैं. गौरतलब है, पिछले दिनों मन्नू की मां के निधन के बाद अखिलेश यादव उनके घर पर शोक व्यक्त करने गए थे. आयकर विभाग में मानसी चंद्रा के ठिकानों पर भी छापा मारा है. मनु अलग और मानसी चंद्रा आपस में मित्र बताए जाते हैं. इन दोनों के अलावा आयकर विभाग का छापा ओम एक्सपोर्ट के मालिक विजय आहूजा के ठिकानों पर भी पड़ा है. खबर है कि आयकर विभाग अब इन व्यापारियों के रिकॉर्डों को खंगाल रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक, विजय आहूजा और मन्नू अलघ का वर्षों पुराना नाता है. मन्नू के पिता सरदार मंजीत सिंह और आगरा के जाने माने जूता निर्यातक एनएन बजाज पार्टनरशिप में व्यापार करते थे और विजय आहूजा उन्हें चमड़े की सप्लाई करते थे.
करीब दो दशक पहले विजय आहूजा ने अपना जूता निर्यात का कारोबार शुरू किया, जिसमें रूबी सहगल को पार्टनर बनाया गया. रूबी सहगल भी सरदार मंजीत सिंह और एनएन बजाज के यहां जुड़े हुए थे. ऐसा कहा जाता है कि विजय और रूबी सहगल की जोड़ी ने आगरा में जूता निर्यात के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई थी.
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अपुष्ट जानकारी के मुताबिक, विजय आहूजा एक साल में करीब ₹50 करोड़ का आयकर जमा करते हैं. फिलहाल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई जारी है.
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