UP कांग्रेस का अधिवेशन: राष्‍ट्रीय-प्रांतीय अध्‍यक्ष के चयन के लिए सोनिया को किया अधिकृत

भाषा

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उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UP Congress Committee) के अधिवेशन में सोमवार को पार्टी के प्रान्‍तीय अध्‍यक्ष और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों के चयन और सभी मामलों पर निर्णय लेने के लिये अध्‍यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अधिकृत कर दिया गया.

प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने पार्टी राज्‍य मुख्‍यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अधिवेशन में शामिल सदस्यों ने सर्वसमत्ति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश-प्रदेश के सभी पदाधिकारियों के चयन के लिये अधिकृत किया है.

मिश्रान ने कहा कि वे जो भी निर्णय लेंगी, उसे सब स्वीकार करेंगें और यह परम्परा पहले भी रही है.

उन्‍होंने कहा कि पार्टी के राज्यसभा सदस्‍य प्रमोद तिवारी ने प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों को चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देने का प्रस्‍ताव पेश किया, जिसका पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्‍य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी सहित प्रदेश से आये समस्त प्रतिनिधियों ने हाथ उठाकर समर्थन किया.

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गौरतलब है कि गत फरवरी-मार्च में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा के पिछले चुनाव में कांग्रेस के अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन के बाद तत्‍कालीन प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार ‘लल्‍लू’ ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था. उसके बाद से आज तक उनके स्‍थान पर कोई नया प्रान्‍तीय अध्‍यक्ष नहीं चुना जा सका है. गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मात्र दो सीट ही जीत सकी थी.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पांडेय ने बताया कि प्रस्ताव पेश करते हुए राज्‍यसभा सदस्‍य प्रमोद तिवारी ने कहा कि देश इस वक्‍त विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है। पांडेय ने कहा कि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जहां ब्लाक से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव होता है और केवल कांग्रेस में ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनायी जाती है.

तिवारी ने केन्‍द्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”कांग्रेस जब आजादी की लड़ाई लड़ रही थी, तब ब्रितानी हुकूमत के सामने घुटने टेकने वाले लोग आज देश की सत्‍ता में हैं. आज उसी तरह की लड़ाई कांग्रेस पार्टी एक बार फिर भारत जोड़ने के लिए लड़ रही है. ऐसे में कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को मजबूती प्रदान करना हर पार्टी प्रतिनिधि का कर्तव्य है.”

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