2022 की चुनावी जंग का मायावती कुछ यूं करेंगी आगाज, निशाने पर रहेंगे ब्राह्मण वोट
देश के सबसे बड़े सूबों में से एक उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने कमर कसनी शुरू…
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देश के सबसे बड़े सूबों में से एक उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने ‘आज तक’ को बताया कि पार्टी सुप्रीमों और यूपी की पूर्व सीएम मायावती 7 सितंबर को लखनऊ में बीएसपी के अंतिम प्रबुद्ध सम्मलेन में शामिल होंगी.
उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान मायावती सम्मलेन को संबोधित भी करेंगी. आपको बता दें कि आगामी चुनाव को लेकर मायावती की यह पहली सार्वजानिक उपस्थिति होगी.
बीएसपी का प्रबुद्ध सम्मलेन 23 जुलाई से पूरे उत्तर प्रदेश में चल रहा है. ये प्रबुद्ध सम्मेलन प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित हो रहे हैं. इनकी शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में श्री राम जन्म भूमि अयोध्या से हुई थी. इसका मकसद ब्राह्मण वोट बैंक को साधना बताया जा रहा है. 2007 में भी बीएसपी ने इसी तरह के सम्मेलन से अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी, जिसके बाद उसे सत्ता की चाबी हाथ लगी थी.
आपको बता दें कि 28 अगस्त, शनिवार को झांसी और ललितपुर में बीएसपी का प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित हुआ. वहीं, दूसरी ओर शनिवार को प्रयागराज में बीएसपी का कार्यकर्त्ता शिविर भी लगेगा. इस शिविर में प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर और राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ शिरकत करेंगे.
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गौरतलब है कि हाल ही में यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी बीएसपी के ‘प्रबुद्ध सम्मेलनों’ से डर गई है. उन्होंने कहा कि इन सम्मेलनों के आयोजन को रोकने के लिए बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. बकौल मायावती, बीजेपी ने इन सम्मेलनों को अपने लिए खतरे की घंटी मान लिया है.
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