CM योगी के ‘अब्बा जान’ बयान पर विपक्ष हमलावर, कहा- ‘हिंदू-मुसलमान पर नहीं होगा चुनाव’

यूपी तक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक ऐसी टर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसे लेकर विपक्षी नेताओं ने उन पर जमकर निशाना साधा है.

दरअसल सीएम योगी ने 12 सितंबर को कुशीनगर में अपने संबोधन के दौरान कहा,

”राशन मिल रहा होगा ना आप लोगों को? क्या ये राशन 2017 से पहले भी मिलता था… क्योंकि तब तो अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे.”

योगी आदित्यनाथ

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इसके अलावा उन्होंने कहा, ”पहले इन गरीबों की नौकरी पर अब्बा जान कहने वाले डकैती डाल देते थे. पूरा परिवार झोला लेकर निकल पड़ता था और झोला लेकर वसूली में लगता था.”

योगी की इस तरह की बयानबाजी को लेकर विपक्ष का कहना है कि वह यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव को साम्प्रदायिक दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.

विपक्षी नेताओं ने क्या-क्या कहा है, उसे जानने से पहले यह भी जान लीजिए कि योगी ने इससे पहले ‘अब्बा जान’ टर्म का इस्तेमाल किस तरह किया था, जिसे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाने के तौर पर देखा गया.

ADVERTISEMENT

पिछले दिनों ‘पंचायत आज तक’ में राम जन्मभूमि मंदिर के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ”हमने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे… आज अयोध्या में राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर निर्माण का काम शुरू हो चुका है. उनके अब्बा जान तो कहते थे कि हम परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे. हमने 1990 में भी कहा था कि जहां रामलला विराजमान हैं, वो राम जन्मभूमि है, वहां भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए. इन लोगों ने तब स्वीकार नहीं किया और राम भक्तों पर गोली चलाई.”

योगी के बयान पर क्या बोला विपक्ष?

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा है, ”हमारी सरकार चाहती है: एक समावेशी अफगानिस्तान. अपने “अब्बा जान” वाले बयान से योगी जी क्या चाहते हैं: एक समावेशी यूपी या फूट डालो और शासन करो?”

ADVERTISEMENT

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है, ”मैंने हमेशा यह कहा है कि मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलने के साथ जबरदस्त साम्प्रदायिकता और नफरत के सिवाए किसी और एजेंडे पर चुनाव लड़ने का बीजेपी का कोई इरादा नहीं है.”

तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा ने कहा है, ”भारत में एक निर्वाचित मुख्यमंत्री खुले तौर पर साम्प्रदायिकता भड़काने का दोषी, आईपीसी की धारा 153 A का खुला उल्लंघन. कोई स्वत: संज्ञान लेगा? सुप्रीम कोर्ट? यूपी पुलिस”

इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा है, ”योगी जी आप कितना भी अब्बा जान, अम्मी जान, बीबी जान, चाचा जान कर लीजिए, चुनाव असलियत के मुद्दे पर होगा. आप कुछ भी कर लीजिए, चुनाव को हम साम्प्रदायिक नहीं होने देंगे. हिंदू मुसलमान पर चुनाव नहीं होगा.”

उन्होंने सीएम योगी से कहा, ”आपको बताना पड़ेगा कि 70 लाख रोजगार कहां हैं, आपको बताना पड़ेगा कि आप महिलाओं का सम्मान सुरक्षित रखने में क्यों असफल हुए हैं. आपको बताना पड़ेगा कि ये जो बड़ा व्यापारी वर्ग है वो किसानों और मजदूरों को क्यों लूट रहा है.

वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अभिषेक मिश्रा ने कहा, ”राशन वाली बात को मैं चैलेंज करता हूं, हर तरह से कि एसपी (सरकार) में राशन हो, चाहे लैपटॉप या पेंशन की बात हो, सबको बराबर की हिस्सेदारी मिली.”

इसके अलावा उन्होंने कहा, ”कौन किस रिश्ते को किस नाम से बुलाता है यह व्यक्तिगत बात है. यह आज यूपी को देखना है कि यूपी की फोटो में बंगाल के पोस्टर लग रहे हैं, बीजेपी खुद को कमजोर पा रही है इसलिए अब्बा जान कर रही है. शासन, सुरक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर सरकार फेल है.”

योगी सरकार के विज्ञापन पर यूपी से लेकर बंगाल तक ‘भिड़ंत’, BJP का विपक्ष पर पलटवार

follow whatsapp

ADVERTISEMENT