बेंगलुरु में विपक्षी बैठक के बीच अखिलेश-जयंत में दिखी खास केमिस्ट्री, शरद पवार से यूं मिले

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Opposition Meeting in Bangalore: विपक्ष की कई पार्टियों के शीर्ष नेताओं की मंगलवार को बेंगलुरु औपचारिक बैठक आरंभ हो गई है. इसमें 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बनने वाले गठबंधन की रूपरेखा और साझा कार्यक्रम समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की जा रही है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल हुए जो पहले दिन की बैठक में शामिल नहीं हो सके थे. वहीं, इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) चीफ अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) मुखिया जयंत चौधरी की शरद पवार के साथ तस्वीर सामने आई है.

ऑनलाइन सामने आई तस्वीर में अखिलेश यादव, शरद पवार से हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, इस दौरान जयंत, अखिलेश के पीछे खड़े दिख रहे हैं. आपको बता दें कि इस मौके पर अखिलेश के चाचा और सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान जयंत और अखिलेश के बीच एक खास केमिस्ट्री देखने को मिली, जिसकी सियासी गलियारों में खूब चर्चा है. दरअसल, इससे पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि अब जयंत सपा से अपना गठबंधन तोड़ भाजपा के साथ जा सकते हैं. मगर अखिलेश और जयंत की केमिस्ट्री ने इन कयासों पर विराम लगा दिया है.

कौन-कौन है आज की बैठक में मौजूद?

आपको बता दें कि दूसरे दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव रालोद चीफ जयंत चौधरी और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हैं.

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विपक्ष कर रहा रणनीति पर काम

सूत्रों का कहना है कि दूसरे दिन की बैठक में विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे. सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल साझा न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर काम करेंगे और मिलकर आंदोलन करने की योजना की घोषणा करने के साथ ही साझा घोषणापत्र और हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक उम्मीदवार खड़ा करने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे.

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