सपा की ‘पीडीए समाजवादी सामाजिक न्याय यात्रा’ शुरू, अखिलेश ने दिखाया हरी झंडी
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्गों में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार को दल के…
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समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) वर्गों में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार को दल के राज्य मुख्यालय से ‘समाजवादी सामाजिक न्याय यात्रा’ को झंडी दिखाकर रवाना किया.
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि ‘पीडीए समाजवादी सामाजिक न्याय यात्रा’ सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, सम्भल, मुरादाबाद, अमरोहा, हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ, शामली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर से होते हुए बिजनौर में सम्पन्न होगी.
उन्होंने बताया कि इस यात्रा का नेतृत्व नूरपुर (बिजनौर) से पार्टी के विधायक रामअवतार सिंह सैनी कर रहे हैं.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में आरोप लगाया, “ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीतियां पीडीए विरोधी हैं. उत्तर प्रदेश के गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, दलित, आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों को अभी तक हक और सम्मान नहीं मिला है.”
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उन्होंने कहा,
“भाजपा सरकार में महंगाई, भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है. इन्हीं सवालों को लेकर पीडीए समाजवादी सामाजिक न्याय यात्रा जनता को जागरूक करेगी.”
सपा प्रमुख आगामी लोकसभा चुनाव में पीडीए के मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहे हैं. उनका दावा है कि सपा आगामी लोकसभा चुनाव में पीडीए की मदद से भाजपा को हराएगी.
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उन्होंने कहा,
“नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है. शिक्षा को जिस तरह से निजी हाथों में दिया जा रहा है, ऐसे में यह सम्भव ही नहीं कि गरीब पढ़ पाएं. प्राइमरी, सेकेण्डरी, हायर सेकेण्डरी, इंटर, मेडिकल कॉलेजों में कैसे गरीब पढ़ पाएगा? शिक्षा में जिस तरह का व्यापार चल रहा है, उसे रोका जाए. इन तमाम सवालों को लेकर यह यात्रा निकल रही है.”
यादव ने कहा, “आज लोकतंत्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर के समतामूलक सिद्धांत और समाजवादी राममनोहर लोहिया के सिद्धांतों और विचारधारा के साथ सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के संघर्ष से प्रेरणा लेकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़नी है.”
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यादव ने आरोप लगाया, “ कुछ पूंजीपतियों ने देश की सम्पत्ति पर कब्जा कर रखा है. आर्थिक और सामाजिक विषमता की सच्चाई से सभी को अवगत कराना होगा जिससे यह बढ़ी हुई सामाजिक और आर्थिक असमानता को कम किया जा सके.”
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