OP राजभर बोले- स्वामी प्रसाद मौर्य ‘खास मिशन’ के तहत भेजे गए सपा में, ये सब बातें बताईं
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की राजनीति में आए दिन नेताओं के बीच वार पलटवार देखने को मिलता है. वहीं अपने बयानों के कारण…
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की राजनीति में आए दिन नेताओं के बीच वार पलटवार देखने को मिलता है. वहीं अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया. सानतन धर्म पर छिड़ी बहस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये बयान दिया है. वहीं सपा नेता के इस बयान पर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पलटवार किया है.
ओपी राजभर ने यूपीतक से बात करते हुए कहा कि, ‘स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी की तरफ से समाजवादी पार्टी को समाप्त करने के लिए भेजे गए है, जब काम खत्म हो जाएगा तो वापस आ जाएंगे.’
राजभर ने कह दी बड़ी बात
बता दें कि शुक्रवार को अपने जन्मदिन के मौके पर यूपीतक से बात करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि, ‘स्वामी प्रसाद मौर्य को भाजपा की तरफ से सपा में भेजा गया है. जब तक वह सपा को रसातल में नहीं पहुंचा देंगे तब तक वह नहीं आएंगे. स्वामी प्रसाद के पहले बयान से सपा में दो गुट बने, दूसरे बयान पर डिंपल जी को आगे आना पड़ा. अब स्वामी प्रसाद बीजेपी की बोली बोल रहे हैं ना, अब उनसे पूछिएगा कब आएंगे.’
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हो रही 2024 की तैयारी
लोकसभा चुनाव को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि ‘आज हम लोग 17 लोकसभा की समीक्षा बैठक शुरू करेंगे और 20 तारीख तक सभी 80 लोकसभा सीट की समीक्षा करेंगे. एनडीए के सभी साथी मिलकर उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीट और देश में 330 सीट जीतने का लक्ष्य दिया है. उसे काम में पूरी ताकत के साथ लग रहे हैं. वहीं विपक्ष के इंडिया गठबंधन के द्वारा मीडिया पर लगाए प्रतिबंध पर ओमप्रकाश ने कहा कि, ‘विपक्ष के पास उनकी सरकारों में हुए भ्रष्टाचार, दंगे, कमीशनखोरी का जवाब नहीं है, इसलिए वह मीडिया के सवालों से बचने के लिए प्रतिबंध लगाया है.’
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घोसी में मिली हार पर कह दी बड़ी बात
वहीं घोसी उपचुनाव के रिजल्ट पर उन्होंने कहा कि, ये उपचुनाव लोकसभा का चुनाव तय नहीं करेगा. देश का चुनाव जब होता है तो देश स्तर का चुनाव होता है. प्रदेश का चुनाव राज्य स्तर का होता है. अगर बाई इलेक्शन यह तय करें, तो हमारी आपकी 2024 के चुनाव के पहले भी मुलाकात होगी और बाद में भी मुलाकात होगी. तब पूछेंगे की कहां गया वह चुनाव. जितनी जीत की चर्चा नहीं है. उससे हजार गुना चर्चा ओमप्रकाश राजभर की चर्चा है. पूरे देश में राजभर की चर्चा है.
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