मायावती की BSP ने हरियाणा में किया इनेलो के साथ गठबंधन, अभय चौटाला को CM पद का चेहरा बनाया
यूपी की पूर्व सीएम मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने इस साल के अंत में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है.
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UP News: यूपी की पूर्व सीएम मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने इस साल के अंत में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है. दोनों दलों के बीच हुए सीटों के बंटवारे के तहत हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों में से बसपा 37 पर चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी की सीटों पर इनेलो चुनाव लड़ेगी. इनेलो नेता अभय चौटाला गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी होंगे.
चंडीगढ़ के बाहरी इलाके नयागांव में बसपा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन स्वार्थी हितों पर आधारित नहीं है बल्कि लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है. बसपा के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद ने कहा कि हाल में बसपा सुप्रीमो मायावती और अभय चौटाला ने गठबंधन के संबंध में एक लंबी बैठक की थी. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन केवल विधानसभा चुनाव लड़ने तक सीमित नहीं होगा और हम भविष्य में राज्य में अन्य चुनाव भी मिलकर लड़ेंगे.
मायावती ने कही ये बात
बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया मंच ''X'' पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ''हरियाणा में होने वाला विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी और इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर वहाँ की जनविरोधी पार्टियों को हराकर, अपने नये गठबंधन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे. इसकी घोषणा मेरे आशीर्वाद के साथ आज चंडीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गई.''
मायावती ने आगे कहा, "इनेलो के प्रधान महासचिव श्री अभय सिंह चौटाला आदि तथा बीएसपी के श्री आनन्द कुमार, नेशनल कोआर्डिनेटर श्री आकाश आनन्द व पार्टी के राज्य प्रभारी श्री रणधीर बेनीवाल की आज हुई प्रेसवार्ता से पहले दोनों पार्टियों के बीच नई दिल्ली में मेरे निवास पर गठबंधन को लेकर सफल वार्ता हुई."
बकौल मायावती, "हरियाणा में सर्वसमाज-हितैषी जनकल्याणकारी सरकार बनाने के संकल्प के कारण इस गठबंधन में एक-दूसरे को पूरा आदर-सम्मान देकर सीटों आदि के बंटवारे में पूरी एकता व सहमति बन गई है. मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आपसी एकजुटता जन आशीर्वाद से विरोधियों को हरा कर नई सरकार बनाएगी."
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गौरतलब है कि इनेलो और बसपा ने हरियाणा में हाल में लोकसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था और दोनों को करारी शिकस्त मिली थी. बसपा ने 10 संसदीय सीटों में से नौ पर चुनाव लड़ा था जबकि इनेलो ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों ही दल अपना खाता नहीं खोल पाए. \हरियाणा में इनेलो के इकलौते विधायक अभय चौटाला कुरुक्षेत्र संसदीय सीट से चुनावी मैदान में भी उतरे थे।