लखीमपुर खीरी: प्रियंका गांधी का दावा, BJP कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी चाहती थीं मिलना
लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार रात मुलाकात…
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लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार रात मुलाकात की. इस दौरान प्रियंका ने दावा किया है कि हिंसा में कथित तौर पर मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी वह मिलना चाहती थीं. उन्होंने बताया कि आईजी ने उनसे कहा कि मृतक कार्यकर्ताओं के परिजन उनसे नहीं मिलना चाहते हैं. प्रियंका ने अपनी तरफ से मृतक कार्यकर्ताओं के परिजनों को संवेदना प्रकट करने को कहा है.
आपको बता दें कि एक न्यूज चैनल से बातचीत में प्रियंका गांधी ने यह दावा किया है, जिसे यूपी कांग्रेस ने रीट्वीट भी किया है.
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बता दें कि बुधवार, 6 अक्टूबर को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसान लवप्रीत सिंह, नक्षत्र सिंह और पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की.
इसके बाद राहुल ने ट्वीट कर कहा, “इन पीड़ित परिवारों ने दोहरी क्षति झेली है- अपनों को खोने का दुख तो है ही साथ में सरकार भी लगातार वार कर रही है. लेकिन क्रूरता की इस रात की सुबह जरूर होगी.”
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क्या है पूरा मामला?
यूपी पुलिस के मुताबिक, लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी. संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के काफिले ने किसानों को रौंद दिया था.
हालांकि, मंत्री और उनके बेटे ने इन आरोपों का खंडन किया है. आशीष मिश्रा ने दावा किया है कि घटना के वक्त वह काफिले की गाड़ियों में मौजूद नहीं थे. इस मामले में आशीष के खिलाफ केस भी दर्ज हुआ है.
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