MP, छत्तीसगढ़, राजस्थान के नतीजों से उत्साहित बीजेपी ने अब W फैक्टर पर बढ़ाया फोकस!
लोकसभा चुनाव से पहले अहम माने जाने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने ‘W’ फ़ैक्टर को एक बार फिर केंद्र में ला दिया है.
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BJP news: लोकसभा चुनाव से पहले अहम माने जाने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने ‘W’ फ़ैक्टर को एक बार फिर केंद्र में ला दिया है. ख़ास तौर पर हिंदी हार्टलैंड में महिलाओं ने जिस तरह से प्रधानमंत्री के चेहरे पर भरोसा जताते हुए बीजेपी को वोट दिया है पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति को W factor के इर्द-गिर्द रखने का फ़ैसला किया है. इसकी शुरुआत इसी सप्ताह होगी जब लखनऊ में आठ राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं का जमावड़ा होगा.
सत्ता का सेमीफ़ाइनल माने जा रहे राज्यों के चुनाव में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत बीजेपी का उत्साह बढ़ा हुआ है. इन राज्यों में आधी आबादी का वोटिंग पैटर्न और बीजेपी को मिला समर्थन पार्टी को उत्साहित करने वाला है. खुद पार्टी के औपचारिक विश्लेषण से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ़ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आधी आबादी की बात की बल्कि महिलाओं को एक जाति भी बता दिया. अब पार्टी ने मिशन 2024 के लिए महिला वोटरों को साधने पर फ़ोकस बढ़ा दिया है. यूपी से इसकी शुरुआत इसी सप्ताह हो जाएगी.
कार्यशाला में आठ राज्यों की कार्यकर्ताओं को सौंपा जाएगा टास्क
इस रणनीति के लिए तैयारी के लिए बैठक और कार्यशाला 10 दिसंबर को लखनऊ में होगी. 8 राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं को इसके लिए बुलाया गया है. इसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी हैं. इस कार्यशाला का उद्देश्य पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को ‘टास्क’ सौंपने वाली महिला पदाधिकारियों को आधी आबादी से सम्बंधित चुनावी अभियानों का ब्लू प्रिंट(blue print) सौंपना है. कार्यशाला में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल शामिल होंगे. इसमें इन राज्यों की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्रियों को बुलाया गया है जो अपने प्रदेश में जा कर अन्य महिला पदाधिकारियों के साथ इस रणनीति को साझा करेंगी.
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महिला केंद्रित 9 अभियानों के ज़रिए हर वर्ग की महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य
10 दिसंबर को होने वाली कार्यशाला में बीजेपी पहली बार महिला मतदाताओं को लेकर अपने विस्तृत प्लान और रणनीति को पदाधिकारियों के साथ साझा करेगी. ये लोकसभा चुनाव के लिए ख़ास तौर पर चलाए जाने वाले 9 अभियानों के बारे में महिला कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे. इसमें नवयुवती मतदाता अभियान, एनजीओ समागम, प्रबुद्ध वर्ग को जोड़ने के लिए स्मार्ट महिला अभियान, महिला खिलाड़ियों को जोड़ने के लिए स्पोर्ट्स ग्रूप अभियान, महिला लेखकों और पत्रकारों को जोड़ने के लिए विशेष अभियान, महिला यात्रियों और आत्मनिरभर महिला के लिए ट्रैव्लर्ज़ (women travellers) अभियान, घर में रहने वाली महिलाओं के लिए अभियान, स्वयं सहायता समूहों में काम करने वाली महिलाओं को जोड़ने के लिए विशेष अभियान हैं और ट्रांसजेंडर समूहों के लिए भी अभियान हैं.
ये सभी अभियान दिसंबर- जनवरी में शुरू होंगे. ये सारे अभियान ख़ास तौर पर इन वर्ग की महिलाओं के बीच चलाए जाएंगे. हर प्रोग्राम को लेकर अलग रूपरेखा तैयार की गयी है. इस अलग अलग अभियानों की संयोजक 9 -12 महिला कार्यकर्ताओं को भी लखनऊ में कार्यशाला में बुलाया गया है. इसमें इन अभियानों को लेकर विस्तृत चर्चा होगी. उनको प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. महिला वोटर चेतना अभियान को लेकर भी समीक्षा की जाएगी.
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पार्टी के रणनीतिकार ये मानते हैं कि महिलाओं का बीजेपी के प्रति ये रुझान अचानक नहीं हुआ. इसके पीछे उज्जवला योजना से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक की योजनाएं हैं जिसमें महिलाओं को ही टार्गेट कर उनको लाभ दिया गया. पिछले साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सत्ता में वापसी की बड़ी वजह ये महिला लाभार्थी( women beneficiaries) बनीं. इसमें हर वर्ग और जाति की महिलाएं शामिल थीं, जिनका समर्थन बीजेपी को मिला. मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना ने भी असर दिखाया.
यूपी बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष सांसद गीता शाक्य का कहना है कि ‘महिलाएं मोदी जी पर भरोसा करती हैं. एक सिर्फ़ त्वरित रणनीति की बात नहीं है. प्रधानमंत्री जी की सोच महिलाओं को सशक्त बनाने की है. चाहे केंद्र की उज्जवला जैसी योजना हो या यूपी जैसे राज्य में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध कम होना बीजेपी सरकारों ने हमेशा बहनों के लिए काम किया है. हम हर वर्ग की महिलाओं तक पहुंच रहे हैं.’ महिला मोर्चा को लोकसभा चुनाव से पहले इन 9 महिला केंद्रित अभियानों की ज़िम्मेदारी मिलने वाली है. इसमें हर वर्ग की महिला मतदाताओं को 33 फ़ीसदी आरक्षण और महिलाओं से सम्बंधित योजनाओं के बारे में जानकारी देने का लक्ष्य भी रखा गया है. गीता शाक्य का कहना है कि ‘ महिला मोर्चा की कार्यकर्ता भी इस बार उत्साहित हैं. यूपी से मध्य प्रदेश और राजस्थान गयी महिला कार्यकर्ता ख़ुशी व्यक्त कर रही हैं और वहां महिलाओं के वोट मिलने से उत्साहित हैं.’
लोकसभा चुनाव के लिए पहली बार बूथ स्तर पर महिला कार्यकर्ताओं को दी गयी बड़ी ज़िम्मेदारी
बीजेपी ने महिला मतदाताओं की भूमिका को भाँपते हुए पहली बार महिला कार्यकर्ताओं की टीम को बूथ स्तर पर महिलाओं की पूरी जिम्मेदारी दे दी है. ‘वोटर चेतना अभियान’ के दौरान जहां हर वर्ग तक पहुँचने की कोशिश की गई वहीं महिला कार्यकर्ताओं ने BLO से मिलकर मतदान करने वाली महिलाओं का नाम शामिल कराया. इसके लिए महिला मोर्चे की कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर जा कर काम किया. महिलाओं की मतदाता पर्ची भी बनवाई. खास तौर पर पहली बार वोट करने वाली युवा लड़कियों को वोटर बनाने के लिए महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भर के डिग्री कॉलेजों में अभियान चलाया.
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सर्वोदय नगर में महिलाओं को वोटर बनाने के अभियान में जुटीं बीजेपी महिला मोर्चा को ज़िला अध्यक्ष सीता नेगी और कार्यकर्ता रीना चौरसिया का कहना है कि जिस तरह से मोदी जी ने महिलाओं की फ़िक्र कर उनको सौग़ात दी है. उसका लाभ और उसका संदेश महिला कार्यकर्ता घर घर पहुंचाएंगी.’ अभी पार्टी का वोटर चेतना अभियान चल रहा है. इससे पहले ‘सेल्फ़ी विद महिला लाभार्थी’ और ‘लखपति दीदी’ अभियान भी पार्टी चला चुकी है.
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