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अखिलेश का CM योगी आदित्यनाथ पर तंज- परिवारवाद की शुरुआत आपने की, MP और मठ के पीठ दोनों बने

यूपी तक

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Akhilesh Yadav News: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र जारी है. आज यानी शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन में अपनी बात रखी और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जोरदार हमला बोला. इस दौरान अखिलेश ने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर परिवारवाद का नया आरोप दिया. अखिलेश ने कहा कि ‘परिवारवाद की शुरुआत आपने की, MP और मठ के पीठ दोनों बने’. इसके अलावा अखिलेश और राजभर के बीच वार-पलटवार का दौर चला. खबर में आगे पढ़िए अखिलेश ने क्या-क्या कहा?

सपा चीफ ने कहा, “सरकार को साढ़े छह साल हो गए हैं. इनका नारा था चाल-चरित्र और चेहरा. अब इन चार चीज से पहचाने जाते हैं भाजपाई.आज इनकी पहचान नफरत, भ्रष्टाचार, बेरोजगार और महंगाई से है.”

‘जो अपना घर नहीं ठीक कर सकते, वो दूसरों का क्या करेंगे’

अखिलेश ने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा, “नेता सदन प्रदेश को तो बाद में ठीक करें, पहले कोई गली बता दें गोरखपुर की जहां पानी न भरा हो. कोई सड़क ऐसी है जिसमें जलभराव न हो? वो भी तब जब आप साढ़े छह साल से मुख्यमंत्री हैं. आप अपने शहर का जलभराव ठीक नहीं कर पा रहे हैं. तो कोई कैसे उम्मीद करे कि बाढ़ पर नियंत्रण हो जाएगा और सूखे में पानी मिल जाएगा. जो अपना घर नहीं ठीक कर सकते, वो दूसरों का क्या करेंगे.”

अखिलेश ने कहा कि ‘गन्ने का पेमेंट नहीं हुआ है किसानों का. उन्होंने आगे कहा, “यहां पर हमारे आरएलडी में माननीय सदस्य बैठे हैं, वो बताएंगे कि गन्ने का पेमेंट हुआ है कि नहीं.”

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‘आप टमाटर पार बात नहीं करना चाहते’

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “आप टमाटर पार बात नहीं करना चाहते, क्योंकि टमाटर की कीमत ने आपके चेहरे को लाल कर दिया है. दुनिया में ऐसा नहीं हु…जिसने महंगाई पर बात की उसे जेल भेज दिया आपने. ये कैसा लोकतंत्र है…जिसने टमाटर पर जगाया आपने न सिर्फ दुकानकार बेटे और पिता को भी जेल भेज दिया. सपना दिखा रहे हैं वन ट्रिलियन इकोनॉमी का और आप टमाटर का ठेला लगा रहे हैं.”

‘नेता सदन सांड का नाम आते मुस्कुरा रहे हैं’

अखिलेश यादव ने कहा, “नेता सदन सांड का नाम आते मुस्कुरा रहे हैं. 40 से ज्यादा गरीब और किसान की जाने जा चुकी है. लेपर्ड और टाइगर गांव के खेतों में घूम रहा है. 7-8 महीनों से किसान खेत नहीं जा पा रहा. सरकार ने क्या मदद की? हमने किसान बीमा और राहत कोष से मदद की थी. इस सरकार का फेवरेट जानवर सांड है, ये कोई छोटा मुद्दा नहीं है. ये सड़क पर चलने वाले और गरीब किसान का मुद्दा है. सीएम के एक ऑफिस कर्मचारी की भी जान भी जानवर से टकराकर हुई.”

बकौल अखिलेशम, “क्या बगल में बैठे मंत्री अमेरिका में सड़क पर सेंड देखकर के आए थे? आप अपने जिले में ही सांड सफारी बना लीजिए. लायन सफारी हमारे लिए नहीं थी? इटावा उत्तर प्रदेश से बाहर नहीं है, उसकी भी दुर्दशा कर दी.”

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अखिलेश ने कहा,

  1. “ये सरकार इंतजार में रहती है आयोजन ले लिए, अच्छा है आप सभी त्योहार मनाते हैं. लेकिन सरकारी हेलीकॉप्टर से फूल बरसाते हैं पर जिन कावड़ियों की जान गई उनकी मदद क्यों नहीं की?”
  2. “एक मां बेटी को जिंदा जला दिया गया, बुल्डोजर चला उनकी मदद नहीं हुई, कांवड़ियों और ताजिया लेकर निकले लोगों की जान गई, हिंदू हो या मुसलमान जान गंवाने वाले को एक-एक करोड़ की मदद करें. हमारे लिए हिंदू मुसलमान सिख इसाई सब बराबर हैं.”
  3. “अयोध्या में पूण्य काम के लिए जमीन ली जा रही है. गरीबों का हक नहीं मारना चाहिए. हम किसान की मदद सर्किल रेट बढ़ कर करते थे, सरकार क्यो नहीं करती है?”
  4. अखिलेश ने कहा, “नेता सदन जब आप अपनी मर्जी के डीजीपी नहीं बना पा रहे तो बिजली का कोटा कैसे बढ़ाएंगे?”

परिवारवाद की शुरुआत नेता सदन ने की: अखिलेश

सीएम पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “परिवारवाद की शुरुआत नेता सदन ने की. आप मुझसे पहले गोरखपुर के सांसद बने, डबल फायदा, सांसद और मठ के पीट दोनों आप पहले बने. इसकी शुरुआत आपने की है, हम तो बाद में बने हैं.”

राजभर और अखिलेश में हुआ वार-पलटवार

अखिलेश ने कहा, “हमारे एक साथी ने ऑर्बिट बदल लिया है. राजभर ये गाना गाते थे कि चल सन्यासी मंदिर में.” इस पर राजभर ने जवाब दिया ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है?’ अखिलेश ने कहा ‘जब ये कुर्सी लेने गए तो नेता सदन ने ये वापस सुना दिया.’

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