RRB-NTPC परीक्षा के अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर वरुण गांधी ने रेल मंत्री को लिखा लेटर
RRB-NTPC की परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर बीजेपी सासंद वरुण गांधी ने रेल मंत्री को लेटर लिखा है. साथ ही उन्होंने…
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RRB-NTPC की परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर बीजेपी सासंद वरुण गांधी ने रेल मंत्री को लेटर लिखा है. साथ ही उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए हैं. इसमें रेल किराया में रियायत, अतिरिक्त बोगी का प्रबंध, केंद्र की दूरी आदि शामिल हैं.
पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने शनिवार, 4 जून को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को एक पत्र लिखा. इसमें उन्होंने अश्वनी वैष्णव से कहा कि रेलवे की आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा प्रारंभ होने जा रही है जिसमें देश के कई लाख युवा भाग लेंगे मगर कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जिन पर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं.
उन्होंने कहा कि कई सारे अभ्यार्थी ने पिछले कुछ दिनों में विभिन्न माध्यमों से मुझसे संपर्क किया है. पहले तो मैंने अपने सीमित संसाधनों से लोगों की सहायता करने की कोशिश की, लेकिन इन अभ्यार्थियों से बात करके समझ आया कि समस्या के कई पहलू हैं और इनके समाधान के लिए सरकारी तंत्र की आवश्यकता होगी, इन समस्याओं को लेकर मेरे कुछ सुझाव हैं.
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अभ्यर्थी अमूमन निम्न और निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से हैं. आर्थिक रूप से कमजोर हैं. अभ्यर्थी आरक्षित सीटों पर यात्रा का खर्चा वहन करने में असमर्थ हैं. उनके लिए जनरल बोगी ही एकमात्र विकल्प उपलब्ध है. वहीं जो आरक्षण का लाभ उठाने से सक्षम भी हैं, उनके पास भी रेलवे में इतना समय नहीं छोड़ा है कि वे इस सुविधा का लाभ ले पाएं. तत्काल सुविधा के अधीन टिकट लेना इन सब के लिए असंभव सा है. अतः ऐसी परिस्थिति में वर्तमान परीक्षा के अभ्यर्थियों को मान्य पहचान पत्र के साथ मुफ्त यात्रा या रेल किराए में रियायत जैसी सुविधा देने की मांग करता हूं.
गर्मियों की छुट्टी के कारण रेलवे के टिकट पूर्व में ही आरक्षित हो चुके हैं, और रेलवे ने अभ्यर्थियों को केवल 10 दिन की अवधि देकर उनकी समस्या और बढ़ा दी है. रेलवे द्वारा इन अभ्यर्थियों के लिए मान्य प्रवेश पत्र के साथ विशेष ट्रेन चलाने या मौजूदा ट्रेनों में अतिरिक्त बोगी या प्रबंध कर देने से इन्हें काफी मदद मिल जाएगी.
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समस्याएं कई हैं, जिसका समाधान आपके पास से ही संभव है. श्रीमान रेलवे ने भारतीयों के लिए परीक्षा केंद्रों का चयन 1000 से 2000 किलोमीटर दूर के शहरों में किया है. कई परीक्षा केंद्र के लिए सीधी ट्रेन भी नहीं है, जो अभ्यार्थियों खासकर महिला अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी समस्या है. आपसे निवेदन है कि भविष्य में रेलवे द्वारा ली जाने वाली परीक्षा में अभ्यर्थियों को उनके गृह राज्य आसपास के पड़ोसी राज्यों में ही या 100 से 200 किलोमीटर के दायरे में अंदर परीक्षा केंद्र आवंटित करें.
अंत में वरुण गांधी ने लिखा कि मुझे आशा है कि मेरे द्वारा उल्लेखित सभी सुझाव पर आप (रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव) सकारात्मक निर्णय लेंगे और भविष्य में रेलवे द्वारा आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में इन सभी सुझावों को अमल में लाने की कृपा करेंगे.
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