मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश ने कहा- चाचा-भतीजे में थी सिर्फ राजनीतिक दूरियां, शिवपाल ये बोले

अमित तिवारी

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उत्तर प्रदेश में उपचुनावों को लेकर सियासत गरम है. मैनपुरी लोकसभा (Mainpuri By-Election) सीट पर भी उपचुनाव होना है. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव जीतने के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (BJP) अपनी पूरी ताकत लगा रही है. इसी बीच आज सैफई में चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Singh Yadav) की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का समागम कार्यक्रम हुआ. खास बात यह भी थी कि इस दौरान चाचा शिवपाल यादव, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और प्रोफेसर रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) साथ-साथ बैठे थे. इस दौरान एक राजनीतिक संदेश भी देने की कोशिश की गई कि यादव परिवार में आपस में कोई मतभेद नहीं है.

बता दें कि समागम कार्यक्रम में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आपस में बैठकर चुनाव की जिम्मेदारियां दी गई और आपसी मतभेदों को दूर किया गया. इस दौरान समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को चुनाव में भारी जीत दिलवाने की भी अपील की गई.

अखिलेश ने चाचा के छूए पैर

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सैफई के एसएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल में आयोजित समागत कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के दो बार पैर छूए और उनका आशीर्वाद लिया. शिवपाल यादव ने भी अखिलेश को बुके भेंट कर सम्मानित किया. इस दौरान चाचा शिवपाल, अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव, तीनों मंच पर एक साथ मौजूद थे.

शिवपाल हुए भावुक

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चाचा शिवपाल यादव ने मंच पर अखिलेश यादव को आशीर्वाद देते हुए कहा कि, अब हम सब एक हो गए हैं. हमें मिलकर डिंपल को बड़ी जीत दिलवानी है. इस दौरान चाचा शिवपाल, नेताजी मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए भावुक हो गए. चाचा शिवपाल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि डिंपल की जीत रिकॉर्ड तौड़ होनी चाहिए. इस दौरान चाचा शिवपाल ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला और भाजपा विधायकों और मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.

अखिलेश बोले- नहीं थी दूरियां

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इस दौरान अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि, लोग कहते थे कि चाचा-भतीजे में बहुत दूरियां हैं. मैं आपको बता दूं कि चाचा-भतीजे में दूरियां नहीं थी बल्कि सिर्फ राजनीतिक दूरियां थी. मैंने कभी चाचा से दूरियां नहीं मानी. मुझें खुशी इस बात की है कि आज चाचा-भतीजे में वह राजनीतिक दूरियां भी कम हो गई.

अखिलेश ने आगे कहा कि, अब असली घबराहट तो भाजपा को हो रही है. जसवंतनगर ने मन बना लिया है, करहल साथ में चल दिया है, मैनपुरी ठीक हो गई है और भोगांव भी हम जीतने जा रहे हैं, तो जरा सोचिए परिणाम क्या होने वाला है.

भाजपा पर लगाया आरोप

अखिलेश यादव ने इस दौरान भाजपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा साजिश करती हैं. भाजपा की समस्या बहुत अजीब है. इस समस्या की दवाई ना तो हकीम के पास हैं और ना ही किसी वैध के पास है. यहां तक की इनकी समस्या का इलाज अस्पतालों के पास भी नहीं है.

अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर परिवार दूर हो जाए तो कहते हैं कि परिवार में झगड़ा है लेकिन अगर परिवार एक हो जाए तो कहते हैं कि परिवारवाद है. भाजपा के लोग हर जगह कमियां खोज लेते हैं.

इस दौरान अखिलेश यादव ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा कि, आत्मा कभी नहीं मरती, इसलिए नेताजी हम सभी को कहीं ना कहीं से देख रहे होंगे. आज हम सब लोग एक हो गए हैं. यह तो प्रारंभ है. उन्होंने कहा कि, 22 तारीख को नेताजी का जन्मदिन मनाया जाएगा. इस बार नेताजी नहीं है तो एक भव्य जन्मदिन हम सभी लोग एक साथ मिलकर मनाएंगे.

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