भारतीय सेना ने आतंकियों को घुसकर मारा, उधर बनारस से मॉक ड्रिल का ये कैसा वीडियो आ गया
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने देशभर में आपातकालीन तैयारियों को परखने के लिए आज यानी 7 मई को व्यापक मॉक ड्रिल का आदेश दिया था.
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पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने देशभर में आपातकालीन तैयारियों को परखने के लिए आज यानी 7 मई को व्यापक मॉक ड्रिल का आदेश दिया था. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल के पूर्वाभ्यास का वीडियो सामने आया है. वाराणसी पुलिस लाइन में हुए पूर्वाभ्यास के वीडियो में पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें घायलों को बचाने, सुरक्षित निकासी, और ब्लैकआउट जैसे हालात में काम करने का अभ्यास करती दिख रही हैं. यह ड्रिल न केवल पुलिस और प्रशासन के लिए, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी जागरूकता का एक बड़ा माध्यम है.
भारत ने किया एयर स्ट्राइक
बता दें कि आज भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से एक विशेष सैन्य अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत भारतीय वायुसेना ने रात करीब डेढ़ बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक की है. यह हमले बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में किए गए.
जानें किस जिले में कितने बजे होगी मॉक ड्रिल
केटेगेरी (A)
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नरोरा (बुलंदशहर) - 4 PM
केटेगेरी (B)
कानपुर- 9:30 AM /4 PM
आगरा- 8 PM
प्रयागराज- 6:30 PM
गाजियाबाद- 10 AM/ 8 PM
झांसी- 4 PM
लखनऊ- 7 PM
मथुरा- 7 PM
मेरठ- 4 PM
सहारनपुर- 4 PM
बक्शी का तालाब- गृह मंत्रालय का आदेश के अनुसार बक्शी का तालाब इलाके की मॉक ड्रिल को मीडिया कवर नहीं करेगी.
चंदौली- 7 PM
सरसावा- 4 PM
बरेली- 8 PM
गोरखपुर- 6:30 PM
मुरादाबाद- 12 NOON
वाराणसी- समय निर्धारित नहीं हुआ है .
केटेगेरी (C)
बागपत- 7 PM
मुजफ्फरनगर- समय निर्धारित नहीं हुआ
क्या होता है मॉक ड्रिल में?
- ब्लैकआउट के हालात बनाए जाते हैं. यानी लाइट्स बंद कर दी जाती है ताकि दुश्मन लक्ष्य न देख पाए.
- सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट किया जाता है. (मॉक ड्रिल में सायरन बजाने का अभ्यास किया जाता है.)
- नागरिकों को सिखाया जाता है कि हवाई हमले जैसी स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया दें.
- सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने और छिपने की प्रक्रिया का अभ्यास कराया जाता है.
- आपातकालीन हालात में वहां से सुरक्षित निलने का भी अभ्यास कराया जाता है.
- बड़े प्रतिष्ठान-कल कारखानों को छुपाने का अभ्यास किया जाता है.