हमीरपुर: मोहब्बत में बदली दो लड़कियों की दोस्ती, शादी करने की ठानी और पहुंच गईं कोर्ट

नाहिद अंसारी

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Hamirpur News: “न उम्र की सीमा हो, ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन.” आपने जगजीत सिंह की ये मशहूर गजल कभी न कभी जरुर सुनी होगी. इस गजल के इन पंक्तियों को यूपी की दो लड़कियों ने सार्थक कर दिया है. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में रहने वाली दो युवतियों की दोस्ती मोहब्बत में बदल गई और फिर मोहब्बत ऐसी बढ़ी की दोनों ने एक दूसरे से शादी करने की ठान ली. दोनों शादी करने के लिए कोर्ट भी पहुंच गईं.

मोहब्बत में बदली दोस्ती

बता दें कि हमीरपुर के जरिया थाना क्षेत्र के जिटकिरी गांव की रहने वाली एक युवती बचपन से ही अपने मामा के यहां रह रही थी. मामा के घर के सामने रहने वाली और उससे एस साल बड़ी युवती से उसकी बातचीत होने लगी और देखते ही देखते दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे. प्यार इस कदर बढ़ा की दोनों आपस में शादी करने की ठान ली. दोनों ने एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाई और 6 माह पहले घर से भागकर राजकोट पहुंच गईं. राजकोट में दोनों लड़कियां एक कंपनी में काम करके अपना गुजरबसर करने लगी. दो माहीने काम करने के बाद दोनों वहां से वापस घर आ गए.

शादी करने की ठानी

दोनों युवतियों ने परिवार से समलैंगिक विवाह करने का बात कही पर उन्होंने मना कर दिया, जिसके बाद दोनों युवतियां शादी के लिए राठ तहसील परिसर पहुंच गईं. जहां अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर समलैंगिक विवाह कराने से मना कर दिया. लड़कियों द्वारा विवाह करने की जानकारी होते ही तहसील परिसर में चर्चाएं होने लगी. वहीं उनमें से एक युवती ने यूपी तक को बताया कि, ‘वह दोनों एक साथ पति-पत्नी की तरह रहना चाहती हैं. दोनों में से एक के परिजन शादी के लिए राजी भी हैं.’ जब वकीलों ने दोनो लड़कियों की शादी करवाने से इंकार कर दिया तो दोनों ने बिना शादी किए साथ रहने की कसम खा कर वापस लौट गईं.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT