आजमगढ़ में 11वीं छात्रा के साथ जो घटना हुई, उसमें CCTV फुटेज में क्या दिखा?

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Azamgarh School Case Update: आजमगढ़ के एक स्कूल में कथित रूप से मोबाइल फोन जब्त होने से दुखी होकर कक्षा 11 की छात्रा श्रेया तिवार…

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Azamgarh School Case Update: आजमगढ़ के एक स्कूल में कथित रूप से मोबाइल फोन जब्त होने से दुखी होकर कक्षा 11 की छात्रा श्रेया तिवार द्वारा स्कूल की छत से कूदकर खुदकुशी किए जाने के मामला सुर्खियों में बना हुआ है. फिलहाल, इस खबर में अभी ताजा अपडेट यह है कि कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी प्रिंसिपल और टीचर को जमानत दे दी गई है. वहीं, पुलिस ने भी अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी है, जिसमें कई तरह के खुलासे किए गए हैं. मगर आप आज इस खबर में जानिए आखिर घटना के वक्त सीसीटीवी कैमरे में क्या रिकॉर्ड हुआ था?

सीसीटीवी फुटेज में ये सब दिखा

पुलिस के अनुसार, मामले की सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि छात्रा अपनी कक्षा से दोपहर 12 बजे निकलकर प्रधानाचार्या के कार्यालय में गयी और बाद में दफ्तर के बाहर काफी देर तक खड़ी रही. करीब सवा एक बजे वह काफी तेजी से सीढ़ियों के रास्ते विद्यालय की तीसरी मंजिल पर जाती नजर आई. एक अन्य फुटेज में छात्रा के गिरने का वीडियो भी शामिल है. ऐसा लगता है कि जिस जगह लड़की गिरी वहां खून के धब्बों को धो दिया गया.

गौरतलब है कि आजमगढ़ शहर स्थित ‘चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज’ में कक्षा 11 की छात्रा श्रेया तिवारी की पिछली 31 जुलाई को संदिग्ध हालात में विद्यालय की छत से गिरने से मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर छात्रा के परिजन के साथ-साथ कई सामाजिक तथा महिला संगठनों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया था. पुलिस ने इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल सोनम मिश्र और कक्षा अध्यापक अभिषेक राय के खिलाफ हत्या और खुदकुशी के लिये उकसाने के आरोपों में मामला दर्ज कर पांच अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

जांच में पुलिस को ये पता चला

मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. बता दें कि पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक छात्रा श्रेया की दो लड़कों से फोन पर लंबी-लंबी बातचीत होती थी. पुलिस के अनुसार, परिजनों को इसके बारे में पता चल गया था. इसी के चलते परिजनों ने छात्रा का मोबाइल ले लिया था.

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श्रेया किस युवक से करती थी बात?

पुलिस जांच रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस द्वारा मृतक के मोबाइल की जांच की गई. इस दौरान सामने आया कि मृतक छात्रा 2 लड़कों से फोन पर लंबी-लंबी बाते करती थी. इनमें से एक युवक उसके घर बिजली सही करने आता था. पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि मृतक छात्रा सुबह 4 बजे भी अपने पिता के फोन से एक युवक से बात किया करती थी. जांच में सामने आया है कि जब छात्रा के परिजनों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने आस-पास में ही रहने वाले उस लड़के को बुलाया और काफी डांटा. इसके बाद परिजनों ने श्रेया से उसका मोबाइल भी ले लिया.

कहां से मिला था श्रेया को फोन?

Azamgarh School Case Update: पुलिस जांच के अनुसार, जिस फोन को स्कूल टीचर ने श्रेया के पास से जब्त किया था, वह उसे दोनों युवकों में से ही किसी एक ने दिया था. बकौल पुलिस, किसी को इस बात की जानकारी न मिले इसलिए, फोन को श्रेया चोरी छिपे अपने पास रखती थी. पुलिस के मुताबिक, फोन जब्त होने के बाद प्रिंसिपल ने श्रेया को अपने कक्ष में बुलाया और उसकी प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए उससे पूछताछ की गई.

प्रिंसिपल ने पुलिस को ये बताया

मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी प्रिंसिपल ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने श्रेया से जब्त हुए फोन के बारे में पूछताछ की तो उसने कुछ भी बोलने से मना कर दिया था. मगर जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मोबाइल उसी का है. प्रिंसिपल के अनुसार, तब श्रेया ने कहा था कि उसके मां-बाप की इसकी जानकारी न दी जाए.

प्रिंसिपल के अनुसार, उन्होंने श्रेया के सामने ही उसके माता-पिता को फोन किया था और उन्हें मामले की जानकारी देते हुए स्कूल बुला लिया था. इस दौरान प्रिंसिपल ने श्रेया को प्रिंसिपल कक्ष के गेट के पास खड़ा कर दिया था. आरोप है कि इसी दौरान छात्रा ने तीसरी मंजिल पर जाकर छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया.

प्रिंसिपल और टीचर को मिली क्लीन चिट

Azamgarh School Case Update: मालूम हो कि पुलिस ने इस पूरे मामले में स्कूल प्रिंसिपल और क्लास टीचर को क्लीन चिट दे दी है. पुलिस के मुताबिक, प्रिंसिपल और क्लास टीचर के खिलाफ जांच में कोई सबूत नहीं मिला है.

क्या है परिजनों ने का आरोप?

बता दें कि मृतका के परिजनों ने प्रिंसिपल और क्लास टीचर पर हत्या का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई में आईपीसी की धारा 306, 201 के तहत प्रिंसिपल और क्लास टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेज था. इसके विरोध में विद्यालय प्रबंधन ने जिले में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में सांकेतिक बंद का आह्वान करते हुए हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था. मगर अब इस मामले में प्रिंसिपल और टीचर जेल से बाहर आ गए हैं और उन्हें क्लीन चिट भी मिल गई है.

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