लखीमपुर खीरी हिंसा: रजा मुराद खान बोले- आरोप लगने और साबित होने में बड़ा फर्क होता है
उत्तर प्रदेश के रामपुर में पहुंचे हिंदी सिनेमा जगत के फिल्म अभिनेता रजा मुराद खान ने लखीमपुर खीरी कांड पर अफसोस जाहिर किया. हालांकि, वह…
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उत्तर प्रदेश के रामपुर में पहुंचे हिंदी सिनेमा जगत के फिल्म अभिनेता रजा मुराद खान ने लखीमपुर खीरी कांड पर अफसोस जाहिर किया. हालांकि, वह केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों पर बोलने से बचते नजर आए.
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने कहा, “लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का हक है, जिसे हम फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन कहते हैं, तो उन्होंने (किसानों) कोई आंदोलन किया है तो वह गैर कानूनी नहीं है. प्रोटेस्ट करना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है.
उन्होंने आगे कहा, “दुनिया में कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसका समाधान नहीं हो सकता, हर समस्या का समाधान हो सकता है. किसान खेती करने के बजाए आंदोलन कर रहे हैं. इससे अनाज कम पैदा हो रहा है, जिससे मुल्क का नुकसान है.”
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों को रौंदने के आरोप पर रजा मुराद ने कहा, “उनपर फिलहाल आरोप लगा है. आरोप लगने और साबित होने में बड़ा फर्क होता है. मैं ना तो किसी का पक्ष ले रहा हूं और ना ही किसी के विरुद्ध बोल रहा हूं. अब किसने यह किया है, इसका फैसला तो अदालत करेगी. “
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों पर अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि इन कानूनों के बारे में मेरी कोई जानकारी नहीं है, इसलिए इसके बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं.
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रजा मुराद ने मशहूर फिल्म एक्टर शाहरुख खान के बेटे और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री टेनी के बेटे पर पुलिसिया कार्रवाई के अलग-अलग पैमानों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पैमाना तो एक ही होना चाहिए. कानून की नजर में सब बराबर हैं.
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