‘आस्था की नगरी में श्रद्धा का बैंक’, यहां डॉलर-रुपये की जगह जमा होती है राम नाम की पूंजी
Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज का विश्व प्रसिद्ध माघ मेला, कुंभ मेला और अर्ध कुंभ मेले की वजह से अपनी खास पहचान रखता है. संगम…
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Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज का विश्व प्रसिद्ध माघ मेला, कुंभ मेला और अर्ध कुंभ मेले की वजह से अपनी खास पहचान रखता है. संगम की रेतीले मैदान पर लगने वाला हर साल माघ मेला अपनी कई विशेषताओं के लिए भी जाना जाता है. जहां एक ओर पूरा माघ मेला साधु संत और कल्प वासियों के लिए विशेष पहचान रखता है, तो इसी माघ मेला में राम नाम बैंक भी राम भक्तों के लिए पहचान बनता जा रहा है.
आमतौर पर आपने बैंकों बिल्डिंग में देखा होगा, लेकिन राम नाम बैंक संगम के रेतीले मैदान में बसे तंबुओं के शहर में है. हर साल माघ मेला, 12 साल में कुंभ मेला और 6 साल आयोजित में होने वाले अर्ध कुंभ में राम नाम बैंक अस्थाई रूप से खोला जाता है. हालांकि, इसकी मेन ब्रांच सिविल लाइंस में है. राम नाम बैंक में खाता खोलने के लिए किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की आईडी की जरूरत नहीं पड़ती है. अब तक राम नाम बैंक में लाखों लोगों ने अपना खाता खुलवाया है. राम नाम बैंक के खाता धारक देश ही नहीं विदेश में भी रहते हैं.
रामनाम बैंक में खाता खोलने के लिए ये हैं नियम
प्रयागराज के माघ मेले में राम नाम बैंक में आम आदमी ‘अपने भाग्य और अपने अच्छे कर्मों’ के लिए अपना खाता खोलता है. राम नाम बैंक में खाता ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से खोला जाता है. राम नाम बैंक में खाता खुलवाने वाले को (ताम्रभोज) यानी लहसुन, कच्चा प्याज, मीट, मछली, शराब का सेवन छोड़ना होता है. राम नाम बैंक में खाता खुलवाने वाले को इस बात का भी ख्याल रखना है कि उसको झूठ नहीं बोलना है. सबसे बड़ी बात राम नाम बैंक में खाता खुलवाने वालों को किसी आईडी की नहीं बल्कि अच्छे कर्म और अच्छे स्वभाव की जरूरत होती है.
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राम नाम बैंक की देखरेख कर रहे आचार्य राजकुमार तिवारी के मुताबिक, खाता खोलने के लिए पहले 32 पेज की पासबुक की तरह खाताधारक को सादी कॉपी दी जाती है. खाताधारक को इ रेड पेन से ही राम नाम लिखना होता है. एक पेज पर 108 बार 9 के क्रम में राम नाम लिखना पड़ता है.
राम नाम बैंक के मैनेजर के तौर पर देखरेख कर रहे राजकुमार तिवारी के मुताबिक, लाखों लोग माघ मेला में आकर अपना राम नाम बैंक में खाता खुलवा चुके हैं. राम नाम बैंक में खाता खुलवाने वाले देश ही नहीं विदेश के लोग भी शामिल हैं.
राम नाम बैंक में ऋण की भी सुविधा
राम नाम बैंक में आम बैंकों की तरह आम आदमी को ऋण देने की सुविधा भी उपलब्ध है. बैंक में लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भी राम नाम का सवा लाख लिखा हुआ ऋण लेते हैं. ऋण लेने वाले शख्स को अपनी मनोकामना के हिसाब से दो लाख या उससे अधिक राम नाम लिखी हुई कॉपी लाल कपड़े में लपेटकर वापस देना होती है.
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