संभल में जामा मस्जिद वाले रास्ते से गुजरा रंगभरी एकादशी का जुलूस तो क्या हुआ? CO अनुज चौधरी ये करते दिखे

अभिनव माथुर

उत्तर प्रदेश के संभल में होली से पहले मनाई जाने वाली रंगभरी एकादशी के अवसर पर निकाले गए चौपाई जुलूस ने पूरे शहर को भक्तिमय माहौल में रंग दिया.

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उत्तर प्रदेश के संभल में होली से पहले मनाई जाने वाली रंगभरी एकादशी के अवसर पर निकाले गए चौपाई जुलूस ने पूरे शहर को भक्तिमय माहौल में रंग दिया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकले इस जुलूस में श्रद्धालुओं ने अबीर-गुलाल उड़ाकर भक्ति और उल्लास का परिचय दिया. खास बात यह रही कि यह जुलूस संभल हिंसा स्थल से मात्र 100 मीटर और विवादित स्थल जामा मस्जिद से महज 15 मीटर की दूरी से गुजरा.

सीओ अनुज चौधरी और एसडीएम वंदना मिश्रा ने की पूजा-अर्चना

रंगभरी एकादशी के इस जुलूस की शुरुआत सीओ अनुज चौधरी और एसडीएम वंदना मिश्रा ने खाटू श्याम जी की झांकी के समक्ष पूजा-अर्चना और आरती करके की. जुलूस में 101 निशान (झंडे) लेकर चल रहे श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते नजर आए. इस दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए मुख्य बाजार और संवेदनशील इलाकों से गुजरता हुआ यह जुलूस सूर्यकुंड तीर्थ पर संपन्न हुआ.

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, मस्जिद मार्ग के पास तैनात रहा भारी पुलिस बल

पिछले वर्ष 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा को देखते हुए इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. RRF और PAC के जवानों को जुलूस के मार्ग पर तैनात किया गया, जबकि एएसपी श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी खुद सुरक्षा व्यवस्था संभालते नजर आए. जुलूस के दौरान हर गतिविधि पर CCTV कैमरों से नजर रखी गई और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल को मुस्तैद किया गया.

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श्रद्धालुओं ने बरसाया गुलाल, झांकियों ने मोहा मन

श्री श्याम सेवा समिति द्वारा निकाले गए इस जुलूस में दर्जनभर से अधिक मनमोहक झांकियां प्रदर्शित की गईं. बाबा श्याम की शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु "सब मंगलमय हो" की कामना करते हुए भक्ति में लीन नजर आए. स्थानीय निवासी अजय अग्रवाल के अनुसार, यह जुलूस पिछले 50 वर्षों से निकाला जा रहा है और इसे देखने व इसमें भाग लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.

संभल पुलिस की पहली परीक्षा में सफलता

संभल पुलिस के लिए यह आयोजन होली के त्योहार से पहले कानून व्यवस्था बनाए रखने की एक बड़ी परीक्षा था, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक संपन्न कराया. सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत थी कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली. अधिकारी इस आयोजन को शांतिपूर्वक निपटाने में सफल रहे, जिससे होली के मुख्य त्योहार पर भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े होने के संकेत मिलते हैं.

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