सहारनपुर के सर्राफ सौरभ और पत्नी मोना की इस प्यारी जोड़ी का ऐसा अंत! ये कहानी झकझोर देगी

राहुल कुमार

ADVERTISEMENT

saharanpur Jeweller Saurabh and his wife Mona
saharanpur Jeweller Saurabh and his wife Mona
social share
google news

Saharanpur News : कर्ज के जाल में फंस कर कैसे एक हंसता खेलता परिवार तबाह हो जाता है उसका एक दुखद नाजारा उत्तर प्रदेश सहारनपुर में दिखा. कर्जदारों से परेशान होकर सहारनपुर के सर्राफा कारोबारी सौरभ बब्बर और उनकी पत्नी मोना बब्बर ने हरिद्वार में गंगा नदी में छलांग लगा दी. पति-पत्नी ने मौत को गले लगाने से पहले एक सेल्फी ली और उसे अपने रिश्तेदारों- दोस्तों के पास भेज दी. सर्राफा कारोबारी सौरभ बब्बर, अपनी पत्नी के साथ आत्महत्या करने से पहले एक सोसाइड नोट भी लिखा था, जो अब सामने आई है. 

ये कहानी झकझोर देगी

सौरभ बब्बर ने सुसाइड नोट में लिखा कि ‘मैं सौरभ बब्बर कर्जों के दलदल में इस कदर फस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा. अंत में, मैं और मेरी धर्मपत्नी मोना बब्बर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं. हमारी किशनपुरा वाली प्रॉपर्टी हमारे दोनों बच्चों के लिए हैं. हमारे दोनों बच्चे अपनी नानी के घर रहेंगे. इनका जीवन अब हम पति-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं. बच्चे हमारे वहीं रहेंगे.हमें किसी और पर भरोसा नहीं है और जब हम आत्महत्या करेंगे तो व्हाट्सएप पर फोटो शेयर कर देंगे.'

कर्ज के जाल ने लिया जान

बता दें कि सौरभ बब्बर और मोना बब्बर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले थे. वहीं आत्महत्या करने के लिए दोनों पति-पत्नी बाइक से करीब 100 किलोमीटर का सफर कर हरिद्वार पहुंचे. फिर वहां से आखिरी सेल्फी लेने के बाद गंगा नदी में कूद गए. घटना की जानकारी होने पर युवक के परिजन वहां पहुंचे और पुलिस के मदद से उहोंने खोजबीन शुरु की.  फिलहाल पति की लाश बरामद कर ली गई है और सहारनपुर लाकर उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है. वहीं पत्नी मोना की तलाश अभी तक जारी है. उनका अभी तक  कोई पता नहीं चल पाया है. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

सौरभ और मोना के दो बच्चे हैं, जिनका जिक्र उन्होंने अपनी सोसाइड नोट में भी किया. सौरभ और मोना की शादी 18 साल पहले हुए थी. उनकी बड़ी लड़की 12 साल की है और लड़का 7 साल का है. कर्ज के जाल में फंसकर ये छोटा सा हंसता खेलता परिवार तबाह हो गया.  सौरभ ने  सुसाइड नोट में लिखा था- 'कर्ज में डूबे हुए हैं. ब्याज दे-देकर परेशान हो गए हैं. अब हमसे और ब्याज नहीं दिया जाता. इसलिए मौत को गले लगा रहे हैं. बता दें कि हमारे देश में कर्ज या आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में ही पिछले कुछ सालों में ऐसे अनगिनत मामले सामने आए हैं, जहां कर्ज की जाल में फंस कर कई लोगों ने मौत को गले लगाया. 
 

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT