7 साल के दिव्यांग बेटे को देनी पड़ी मुखाग्नि, सौरभ और मोना की ये दर्दनाक कहानी रुला देगी
सहारनपुर के रहने वाले पति-पति सौरभ और मोना ने हरिद्वार के गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले पति-पत्नी ने सेल्फी, सुसाइड नोट और लोकेशन अपने परिजनों को भेजी.
ADVERTISEMENT
Uttar Pradesh News : 'मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा. इसलिए मैं और मेरी धर्मपत्नी अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं...', सुसाइड नोट में ये शब्द लिख सहारनपुर के सौरभ बब्बर और मोना बब्बर ने मौत को गले लगा लिया. सहारनपुर के रहने वाले पति-पति सौरभ और मोना ने हरिद्वार के गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले पति-पत्नी ने सेल्फी, सुसाइड नोट और लोकेशन अपने परिजनों को भेजी. इस दिल दहलाने वाली घटना ने झकझोर दिया. दंपती के दो मासूम बच्चे भी हैं.
सहारनपुर के सौरभ बब्बर ने पत्नी संग मौत को लगाया गले
बता दें कि सौरभ और मोना के दो बच्चे हैं. बेटी की उम्र 11 साल और बेटा 7 साल का है. बेटा दिव्यांग है. उसी ने पिता सौरभ बब्बर का अंतिम संस्कार किया. अंतिम संस्कार के वक्त बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्र हुए थे. उन्होंने नम आंखों से व्यापारी को अंतिम विदाई दी. सौरभ की किशनपुरा में श्री साईं ज्वैलर्स के नाम से दुकान है, जो गोल्ड किटी जमा करने का भी काम करता था. सौरभ 10 अगस्त को अपने बेटे और बेटी को ससुराल गोविंदनगर में छोड़कर पत्नी मोना बब्बर के साथ हरिद्वार गया था. रात के समय उसने नौकर को फोन किया अब हम इस दुनिया से जा रहे हैं.
दरअसल, सहारनपुर के किशनपुरा में सौरभ की ज्वैलरी शॉप है. लेकिन काफी समय से व्यापार में घाटा चल रहा था. इस बीच उनके ऊपर करोड़ों का कर्ज हो गया था. रविवार की रात सौरभ बब्बर अपनी पत्नी मोना बब्बर के साथ बाइक से हरिद्वार गए थे. सोमवार को उनका शव गंग नहर से मिला. पत्नी मोना अब भी लापता है. सौरभ के पास लोगों का काफी पैसा था और उन पर भारी कर्ज था. उनके दो बच्चे हैं, जिन्हें मरने से पहले वे नाना-नानी के घर छोड़ गए थे.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
सुसाइड नोट में लिखी ये बातें
सौरभ बब्बर ने गंगा में कूदने से पहले जो सुसाइड नोट अपने दोस्त को व्हाट्सएप पर भेजा, उसमें लिखा है- "मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा. अंत में मैं और मेरी धर्मपत्नी मोना बब्बर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं. हमारी किशनपुरा वाली प्रॉपर्टी हमारे दोनों बच्चों के लिए है. हमारे बच्चे अपनी नानी के घर रहेंगे. हमें किसी और पर भरोसा नहीं. दोनों बच्चों को अब हम पति-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं."
ADVERTISEMENT