प्रतापगढ़ में BJP ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह तो ड्रग्स के धंधे करने वाला निकला! गोलीबाजी करने वाला बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखा!
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ पट्टी गोलीकांड के मुख्य आरोपी बाबा बेखरनाथ धाम का ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में है. पुलिस को 48 घंटे की रिमांड के दौरान पता चला है कि सुशील सिंह सिर्फ एक अपराधी नहीं एक ड्रग्स माफिया भी है.
ADVERTISEMENT

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ पट्टी गोलीकांड के मुख्य आरोपी बाबा बेखरनाथ धाम का ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में है. पुलिस को 48 घंटे की रिमांड के दौरान पता चला है कि सुशील सिंह सिर्फ एक अपराधी नहीं एक ड्रग्स माफिया भी है. रिमांड के दौरान उसके बताए ठिकानों से जमीन खोदकर भारी मात्रा में MD ड्रग्स बरामद की गई है. महाराष्ट्र-हरियाणा समेत तीन राज्यों की पुलिस ने रिमांड के दौरान उसके कई ठिकानों पर दबिश दिया. आरोपियों को नगर कोतवाली से पुलिस सुरक्षा घेरा में हेलमेट और जैकेट पहनाकर पुलिस के गई.
पट्टी कस्बे में 21 जुलाई को सब रजिस्टर कार्यालय के सामने दो सगे भाइयों को गोली मारने का आरोपी बाबा बेलखर नाथ धाम ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह की मुश्किल लगातार बढ़ रही है. गोलीकांड की घटना में प्रयुक्त ऑडी कार पुलिस ने लखनऊ से बरामद किया है. 48 घंटे के रिमांड पर लिए गए सुशील सिंह की कार बरामद होने के बाद पुलिस लखनऊ से उसे पट्टी लाई. यहां उसकी निशानदेही पर जमीन में छुपाई गई 34.10 ग्राम एचडी (ड्रग्स)को भी पुलिस ने रायपुर रोड के पैलेस से बरामद किया. पट्टी कोतवाली में इस बाबत एक और मुकदमा दर्ज कर गुरुवार को मेडिकल करवाने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया और शाम करीब 7:00 बजे जेल भेज दिया गया. ड्रग्स माफिया को कोर्ट में पेश करने के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही. शुक्रवार को हरियाणा और महाराष्ट्र पुलिस भी कई मामलों को लेकर माफिया सुशील सिंह से पूछताछ कर सकती है.
दो सगे भाइयों पर चलाई थी गोली
जानकारी के अनुसार घायल अरुण और आदित्य, बृजेश तिवारी के साथ जमीन का बैनामा कराने रजिस्ट्री कार्यालय आए थे. इसी दौरान रजिस्ट्री परिसर में अचानक फायरिंग शुरू हो गई. चश्मदीदों के मुताबिक, फायरिंग इतनी तेज थी कि पूरे परिसर में भगदड़ मच गई. फायरिंग की घटना का आरोप बेलखरनाथ धाम के ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह और उसके गुर्गों पर लगा. बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश और जमीन विवाद के चलते यह हमला किया गया.
यह भी पढ़ें...
सूत्रों की मानें पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार से सुरक्षा मांगी थी. मगर उन्हें सुरक्षा नहीं मिली. आरोप है कि शनिवार को ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह ने गुंडा टैक्स न देने पर दोनों पीड़ित भाइयों को तहसील से भगा दिया था. ऐसा दावा है कि सोमवार को भी टैक्स न देने पर गोली चलाई गई.