इटली से आए पत्थर, दिन में सफेद तो रात में बदलता है रंग, जानें वृंदावन के प्रेम मंदिर की खासियत
वृंदावन (Vrindavan) में वैसे तो कई मनमोहक मंदिर हैं. मगर यहां स्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir) का नजारा ऐसा है कि जो इसे एक बार…
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वृंदावन (Vrindavan) में वैसे तो कई मनमोहक मंदिर हैं. मगर यहां स्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir) का नजारा ऐसा है कि जो इसे एक बार देखता है, वह देखता ही रहता है. हर शख्स की नजर प्रेम मंदिर पर आकर ठहर सी जाती है और हर कोई इस मंदिर की तरफ आकर्षित हो जाता है. दरअसल वृंदावन का प्रेम मंदिर, भगवान श्रीराम-माता सीता और भगवान श्रीकृष्ण- राधा रानी को समर्पित है. इस भव्य और दिव्य मंदिर को जगदगुरु कृपालु महाराज जी ने बनवाया था.
ये प्रेम मंदिर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की महिमा को प्रदर्शित करता है. आज हम आपको इस मंदिर की ऐसी रोचक बातें बताने जा रहे हैं, जिसे जान आप भी हैरान रह जाएंगे और अगर कभी प्रेम मंदिर में नहीं गए तो एक बार तो जरूर होकर आएंगे.
साल 2001 में बनना शुरू हुआ प्रेम मंदिर
आपको बता दें कि प्रेम मंदिर का निर्माण साल 2001 में शुरू हुआ. इसके निर्माण की कमान जगदगुरु कृपालु महाराज जी ने संभाली. माना जाता है कि इस मंदिर के निर्माण में करीब 100 करोड़ का खर्चा आया था. ये पूरा मंदिर श्वेत संगमरमर से बनाया गया है, जिससे इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है.
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इटली से मंगवाए गए पत्थर
मिली जानकारी के मुताबिक, निर्माण के समय इस मंदिर में जो पत्थर का इस्तेमाल किया गया है, इसमें जो सफेद संगमरमर लगाया गया है, वह इटली से स्पेशल मंगवाए गए थे. इस मंदिर की लंबाई 122 फीट है तो वहीं इसकी ऊंचाई 125 फीट है.
झांकियां और ये दृश्य देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध
प्रेम मंदिर में एंट्री करते ही मनमोहक दृश्यों का दिखना शुरू हो जाता है. यहां भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की झांकियां हैं और भगवान श्रीराम और मां सीता को समर्पित फूल बंगला भी है. इसी के साथ इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े कई अहम भागों का झांकी के तौर पर चित्रण किया गया है, जिसे देखने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं.
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वृंदावन के प्रेम मंदिर के बाहरी हिस्से पर भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित 84 दृश्यों का छोटा-छोटा चित्रण किया गया है, जिससे यहां आने वाले भक्तों को श्रीकृष्ण के जीवन की झलक देखने का अवसर मिलता है. मंदिर के अंदर श्रीकृष्ण औऱ राधा रानी की विशाल और मनमोहक मूर्तियां रखी हैं, जो हर किसी को अपनी तरफ आकृषित करती हैं. यहां का वातावरण कुछ ऐसा होता है कि हर कोई कृष्णमय हो जाता है.
दिन में दिखता है सफेद और रात में चमकने लगता है
प्रेम मंदिर की खास बातों में यहां की लाइटिंग भी शामिल है. ये मंदिर दिन में सफेद दिखता है तो वहीं शाम आते ही ये अपना रंग बदलना शुरू कर देता है. रात आते-आते ये मंदिर अलग-अलग रंगों में डूब जाता है. दरअसल पूरे मंदिर में अलग-अलग तरह की स्पेशन लाइट लगाई गई है, जो कुछ-कुछ सेकेंड में अपना रंग बदलती रहती हैं. इस नजारे को देखना वाला देखता ही रहता है.
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होली और दिवाली होती है खास
होली और दिवाली पर प्रेम मंदिर देखने लायक होता है. इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग यहां आते हैं. दरअसल ब्रज ही होली तो पूरे विश्व में ही प्रसिद्ध है. ऐसे में होली के मौके पर प्रेम मंदिर का वातावरण अद्भूत होता है. इसी के साथ दिवाली के मौके पर प्रेम मंदिर अपनी सुंदरता के चरम पर होता है. इसकी लाइटिंग दिवाली के मौके पर देखने वाली होती है.
बता दें कि प्रेम मंदिर ब्रज भूमि और वृंदावन के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है. धार्मिक महत्व के कारण वृंदावन का वैसे भी प्रमुख स्थान है. ऐसे में हर साल यहां हजारों-लाखों लोग आते हैं और यहां आकर प्रेम मंदिर के दर्शन जरूर करते हैं.
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