कानपुर में पुलिस हिरासत में युवक की मौत, एसएचओ समेत नौ पुलिसकर्मी निलंबित
Kanpur News: कानपुर देहात जिले के शिवली थाने में पुलिस हिरासत में एक संदिग्ध की मौत के मामले में मंगलवार को थानेदार (एसएचओ) समेत नौ…
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Kanpur News: कानपुर देहात जिले के शिवली थाने में पुलिस हिरासत में एक संदिग्ध की मौत के मामले में मंगलवार को थानेदार (एसएचओ) समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पुलिस हिरासत में मृत युवक बलवंत सिंह (27) सरैया लालपुर गांव का निवासी था और उसके परिवार ने पुलिस पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उसकी मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन उन्होंने अब तक पुलिस कर्मियों के खिलाफ लिखित शिकायत नहीं दी है.
कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनीति ने बताया कि बाइक सवार अपराधियों ने छह दिसंबर को सरैया लालपुर गांव निवासी जौहरी चंद्रभान सिंह सेंगर की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर सोने के गहने और नकदी लूट ली थी. सेंगर को उस समय लूट लिया गया जब वह बाइक से घर जा रहे थे.
उन्होंने बताया कि मामले की तफ्तीश कर रही शिवली पुलिस और विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने छानबीन करते हुए तीन लोगों अविनाश कुशवाहा, सूरज और शिवा उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान तीनों ने बलवंत के नाम का भी खुलासा किया था. एसपी ने दावा किया कि सूचना मिलने पर बलवंत सिंह सोमवार को बयान दर्ज कराने के लिए खुद थाने पहुंचा और पूछताछ के दौरान उसने सीने में दर्द की शिकायत की तो उसे अस्पताल ले जाया गया जहां मंगलवार तड़के उपचार के दौरान उसका निधन हो गया. एसपी ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि पोस्टमार्टम डॉक्टरों की एक समिति से कराया जाएगा जाएगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
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सुनीति ने बताया कि शिवली के थाना प्रभारी (एसएचओ) राजेश सिंह, एसओजी टीम प्रमुख रहे उप निरीक्षक प्रशांत गौतम, दो उप निरीक्षक ज्ञान प्रकाश पांडेय व संपत सिंह, चार मुख्य आरक्षी सोनू यादव, अनूप कुमार, दुर्गेश कुमार, विनोद कुमार और आरक्षी जय कुमार सहित नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गयी ताकि पुलिसकर्मी जांच को प्रभावित न कर सकें और स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से जांच पूरी की जा सके. उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और छानबीन के नतीजों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. नाम न छापने का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि पीड़ित परिवार ने पुलिस पर यातना देने का आरोप लगाया है, लेकिन उन्होंने अब तक पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत नहीं दी है.
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