मंत्री प्रतिभा शुक्ला के 6 कॉल पुलिसवालों ने नहीं उठाए तो देर रात पति संग कानपुर के बर्रा थाने पहुंच गईं
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पुलिस की लापरवाही और कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कानपुर के बर्रा थाने में देर रात डेरा डाल दिया. मामला भाजपा कार्यकर्ता पर हुए हमले और पुलिस अधिकारियों के फोन न उठाने से जुड़ा है.
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UP News: उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पुलिस की लापरवाही और कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कानपुर के बर्रा थाने में देर रात डेरा डाल दिया. मामला भाजपा कार्यकर्ता पर हुए हमले और पुलिस अधिकारियों के फोन न उठाने से जुड़ा है. मंत्री ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों को 6 बार कॉल किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. इस पर आक्रोशित होकर वह अपने पति, पूर्व सांसद अनिल शुक्ला के साथ थाने पहुंचीं और एफआईआर दर्ज कराने पर जोर दिया.
भाजपा कार्यकर्ता पर हुआ हमला
मामला भाजपा कार्यकर्ता अरविंद तिवारी पर हुए हमले से जुड़ा है. अरविंद ने आरोप लगाया कि विनोद पाल नाम के व्यक्ति और उनके साथियों ने एक प्लॉट के विवाद को लेकर उन पर हमला किया. हमले में उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं. जब वह खून से लथपथ हालत में थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की.
मंत्री के फोन न उठाने पर पुलिस सवालों के घेरे में
मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि उन्होंने पुलिस थानेदार से लेकर पुलिस कमिश्नर तक सभी को फोन किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया. मंत्री के पीआरओ ने थाने में मौजूद अधिकारियों को दिखाया कि उन्होंने 6 बार कॉल किया, लेकिन किसी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया.
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थाने में डाला डेरा, पुलिस पर लगाए आरोप
जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो मंत्री ने अपने पति और कार्यकर्ताओं के साथ थाने में डेरा डाल दिया. उनके पति, पूर्व सांसद अनिल शुक्ला ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, "कानपुर में पुलिस का जंगल राज चल रहा है. जैसे सपा के शासन में अपराधियों से मिलीभगत होती थी, वैसा ही हाल अब भी है."
अधिकारियों में मचा हड़कंप
मंत्री के थाने पहुंचने की सूचना पर पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया. एडीसीपी महेश कुमार खुद मौके पर पहुंचे और मंत्री को समझाने की कोशिश की. उन्होंने आश्वासन दिया कि एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
भाजपा कार्यकर्ता का बयान
अरविंद तिवारी ने बताया, "विनोद पाल और उनके साथियों ने मुझे बहुत मारा. मेरा सिर फट गया. मैं खून से लथपथ थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की." एडीसीपी महेश कुमार ने कहा, "हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. एफआईआर दर्ज कर ली गई है. हमले में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस पूरी निष्पक्षता से कार्रवाई करेगी."