₹500 का 'टास्क' पड़ा भारी! बीटेक छात्र प्रशुभ तिवारी हुआ गिरफ्तार, छात्राओं को ऐसे करता था परेशान

रंजय सिंह

कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में छात्राओं को गले लगाने का 'टास्क' देकर विवादों में आए बीटेक छात्र प्रशुभ तिवारी को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. जानें क्या है मामला?

ADVERTISEMENT

Kanpur News
Kanpur News
social share
google news

Kanpur News: कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में छात्राओं को गले लगाने का 'टास्क' देकर विवादों में आए बीटेक छात्र प्रशुभ तिवारी को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. प्रशुभ ने यूनिवर्सिटी परिसर में छात्राओं को रोककर उनसे गले लगने की फरमाइश की थी और दावा किया था कि इसके लिए उसे ₹500 मिलेंगे, क्योंकि दोस्तों ने उसे यह 'टास्क' दिया है. उसने यह सब रिकॉर्ड कर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर कर दिया था, जिसके बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया.

मेट्रो की नौकरी छोड़ 'रील' बनाने चला था आरोपी

पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रशुभ तिवारी ने पहले बीटेक की पढ़ाई की थी और बाद में मेट्रो में नौकरी भी की थी. लेकिन उसने नौकरी छोड़कर सोशल मीडिया पर 'रील' बनाने का काम शुरू कर दिया था. मशहूर होने की चाहत में उसने कानपुर यूनिवर्सिटी को अपना ठिकाना बनाया. वह यूनिवर्सिटी से छुट्टी होने के बाद निकल रही या पढ़ने जा रही छात्राओं को रोककर उनसे गले लगने की अजीबोगरीब फरमाइश करता था, यह कहते हुए कि उसे इसके लिए ₹500 मिलेंगे क्योंकि उसके दोस्तों ने उसे यह टास्क दिया है. 

कुछ लड़कियां उसके इस बर्ताव से बेहद असहज हुईं, जबकि कुछ ने केवल हाथ मिलाया और चुपचाप निकल गईं. प्रशुभ ने 'प्रशुभ पंडित' के नाम से अपनी कई इंस्टाग्राम आईडी बना रखी थी और इन्हीं पर वह अपने वीडियो वायरल करता था. 

यह भी पढ़ें...

छात्राओं और छात्र नेताओं की शिकायत पर हुई कार्रवाई

वीडियो वायरल होते ही कानपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों और छात्र नेताओं में भारी आक्रोश फैल गया. कई छात्र नेताओं ने कल्याणपुर थाने में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से भी पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया गया था.

पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहे वीडियो को रुकवाया. इसके बाद आरोपी प्रशुभ पंडित उर्फ प्रशुभ तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया. एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि यूनिवर्सिटी के छात्र नेता की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें गलत कंटेंट के साथ इंस्टाग्राम पर वीडियो वायरल करने की बात कही गई थी. वीडियो डिलीट करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अन्य छात्रा भी शिकायत दर्ज कराना चाहेगी, तो उसे भी इसमें सम्मिलित किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: जानें कौन है वंशिका जिससे क्रिकेटर कुलदीप यादव ने कर ली सगाई, दोनों की तस्वीर आई सामने

    follow whatsapp