Ram Mandir: पैदल ही मुंबई से हिजाब पहन अयोध्या जा रही शबनम शेख, बोलीं- 500 साल बाद ये पल आया है
Ayodhya Ram Mandir: महाराष्ट्र के मुंबई में रहने वाली शबनम शेख पैदल ही राम नगरी अयोध्या आ रही है. शबनम 28 दिन का सफर पूरा करने के बाद महोबा पहुंची है. अभी तक वह 1350 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है.
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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर में रामलला की स्थापना हो चुकी है. अब इंतजार है 22 जनवरी का, जिस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. शहर से लेकर कस्बा और गांव, जगह-जगह राम भक्तों में खुशी की लहर है. इसी बीच मुंबई से हिजाब पहने एक मुस्लिम महिला पैदल ही अयोध्या जा रही है. इस मुस्लिम महिला के पैरों में छाले पड़ गए हैं. मगर इस महिला की चाहत है कि वह अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करें.
दरअसल, महाराष्ट्र के मुंबई में रहने वाली शबनम शेख पैदल ही राम नगरी अयोध्या आ रही हैं. शबनम 28 दिन का सफर पूरा करने के बाद महोबा पहुंची हैं. अभी तक वह 1350 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी हैं. सफर के दौरान शबनम राम नाम का जाप करते हुए और राम भजन गाते हुए आ रही हैं. रास्ते में हिजाब पहने महिला को राम भजन करते देख हर कोई चौंक रहा है.
मुंबई से अयोध्या पैदल आ रही शबनम शेख
अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा पर समूचे देश के रामभक्तों में उत्साह दिखाई पड़ रहा है. भगवान राम से आस्था के चलते राम भक्त धर्म को भी आड़े नहीं आने दे रहे. मुंबई की रहने वाली शबनम शेख की भगवान श्रीराम में आस्था है और वह हिजाब पहने मुंबई से अयोध्या आ रही हैं. शबनम शेख के हाथ में श्रीराम का भगवान झंडा भी है.
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इतनी ठंड और घना कोहरा भी शबनम शेख के सफर को रोक नहीं सका है. शबनम अभी तक 1300 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय कर चुकी हैं. अपने सफर के दौरान शबनम महोबा पहुंची है. यहां हिंदू संगठनों ने उनका जोरदार स्वागत किया है.
राम भक्त हैं शबनम शेख
पैदल ही अयोध्या जा रही शबनम शेख ने बताया, वह मुंबई के केनजिस इलाके में रहती हैं. वहां आपसी प्रेम और भाईचारा इस कदर है कि लोग एक दूसरे के त्योहारों को मनाते हैं. शबनम का कहना है कि उसने बचपन से ही अजान के साथ भजन भी सुने हैं. इसी के चलते उसकी भगवान श्रीराम के प्रति आस्था है.
शबनम का कहना है कि अब जब श्रीराम 500 सालों के बाद सिंहासन पर विराजमान होने जा रहे हैं तो वह इस पल को अपनी आंखों से देखना चाहती हैं. शबनम का कहना है कि वह अपने सफर के दौरान जिन-जिन शहरों से गुजर रही हैं, वहां-वहां लोग उसका स्वागत कर रहे हैं.
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