नहीं तो पछताओगे... आगरा में मेयर हेमलता दिवाकर के भतीजे ने सहायक नगरायुक्त को दी धमकी! झगड़े की ये है वजह
आगरा नगर निगम में मेयर के भतीजे हर्ष दिवाकर और सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम के बीच विवाद के बाद कर्मचारियों ने तालाबंदी कर दी. कर्मचारियों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है.
ADVERTISEMENT

आगरा नगर निगम में गुरुवार को हड़कंप मच गया. नगर निगम के सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम और मेयर हेमलता दिवाकर के भतीजे हर्ष दिवाकर के बीच बड़ा विवाद हो गया जिसके बाद विरोध में कर्मचारियों ने तालाबंदी कर दी. कर्मचारियों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो एमजी रोड पर वाहनों की आवाजाही रोक दी जाएगी. इस घटना ने न केवल कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि पूरे नगर निगम परिसर में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है.
स्टेडियम में शुरू हुआ विवाद
घटना सदर बाजार स्थित एकलव्य स्टेडियम में हुई, जहां सांसद खेल स्पर्धा का आयोजन चल रहा था. कार्यक्रम में मेयर हेमलता दिवाकर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं. उनके साथ हर्ष दिवाकर भी स्टेडियम में उपस्थित थे.
बता दें कि यूपी नगर निगम के सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम के पहुंचते ही वहां विवाद शुरू हो गया. सूत्रों के अनुसार हर्ष दिवाकर ने सहायक नगरायुक्त पर आरोप लगाया कि वह "नगरायुक्त के पीछे-पीछे चलते हैं और अनावश्यक दखल देते हैं."
यह भी पढ़ें...
हर्ष दिवाकर का आरोप और चेतावनी
हर्ष दिवाकर ने सहायक नगरायुक्त से कहा कि “नगरायुक्त का पीछा छोड़ दो, नहीं तो पछताओगे…कल सुबह 11 बजे मेरे घर आकर माफी मांगना.” इसके बाद विवाद और तेज हो गया और कथित तौर पर हर्ष ने धक्का-मुक्की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मौके पर मौजूद अर्दली और SFI के कर्मचारी बीच-बचाव में जुट गए. हर्ष पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है.
कर्मचारियों का आक्रोश, तालाबंदी की चेतावनी
घटना के बाद नगर निगम के कर्मचारी नाराज हो गए और विरोध स्वरूप तालाबंदी कर दी. यूपी सफाई कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विनोद इलाहाबादी ने कहा कि “यह नगर निगम परिवार की गरिमा पर हमला है. कोई कर्मचारी इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो चक्का जाम करेंगे.”
नगर निगम कर्मचारी संघ के पदाधिकारी श्याम कुमार ने कहा कि “जब तक दोषी पर कार्रवाई नहीं होगी, प्रदर्शन बंद नहीं होगा.” इसके अलावा कर्मचारी महेंद्र सिंह फौजदार ने बताया कि “तालाबंदी इसलिए की गई क्योंकि यह घटना पूरे नगर निगम कर्मचारियों की इज्जत पर हमला है.”
हर्ष दिवाकर के विवादों का इतिहास
सूत्रों के अनुसार हर्ष दिवाकर इससे पहले भी कई विवादों में घिरे रहे हैं. कार्यकारी कक्ष में उनकी सहायक इंजीनियर सोमेश कुमार से बहस हुई थी. उन पर इंजीनियर को बंधक बनाने की कोशिश का आरोप भी लगा था.
मेयर हेमलता दिवाकर का बयान
मेयर हेमलता दिवाकर ने कहा कि “वह मेरा भतीजा है, इस तरह की हरकत वह नहीं कर सकता. कैमरे चेक कराए जा रहे हैं. अगर कोई सबूत मिलता है तो मैं खुद हर्ष को थाने छोड़ने जाऊंगी.”











