कार्यकर्ता कर रहे थे 'अनुशासन में न रहकर' बयानबाजी! राजा भैया ने साफ-साफ दे दी ये चेतावनी
यूपी की एक और ऐसी पार्टी है जो किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ रही है. यह पार्टी कोई नहीं बल्कि कुंडा विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की है.
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Raja Bhaiya News लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग (19 अप्रैल) में अब कुछ ही दिन बचे हैं, जिसकी वजह से चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर हैं. इस बीच यूपी में भी चुनावी माहौल गर्म है. यहां भाजपा के नेतृत्व वाले NDA और सपा के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है. वहीं, मायावती की बसपा ने किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव ल लड़ने का ऐलान किया है. दूसरी तरफ यूपी की एक और ऐसी पार्टी है जो किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ रही है. यह पार्टी कोई नहीं बल्कि कुंडा विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की है. बता दें कि इस बीच राज भैया के कार्यकर्ता पार्टी को लेकर बयानबाजी कर रहे थे, जिसके बाद अब उन्हें नसीहत दे दी गई है.
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के कार्यकर्ताओं को मिली ये नसीहत-
पार्टी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, "विगत 3 से 4 दिनों से देखा जा रहा है कि जनसत्ता दल के कुछ काकर्ता सोशल मीडिया और कई व्हाट्सएप ग्रुपों में किसी अन्य दल के साथ संभावित गठबंधन की चर्चा कर और अनुशासन में न रहकर बयानबाजी कर रहे हैं. आप सभी से आग्रह है कि जनसत्ता दल के किसी भी गठबंधन में शामिल होने या न होने जैसे मुद्दों पर किसी भी प्रकार के अनावश्यक टिप्पणी, कयास लगाने या किसी भी प्रकार की मीडिया बाइट देने से बचें."
बयान ने आगे कहा गया, "हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री राजा भइया जी का निर्णय सदैव जनसत्ता दल के हित में रहा है. पार्टी के हित में लिए जाने वाला कोई भी निर्णय आधिकारिक रूप से आने तक कृपया अफवाहों और अनुशासनहीन व्यवहार करने से बचें."
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2022 में राजा भैया की पार्टी के कितने विधायक जीते थे?
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में राजा भैया की जनसत्ता पार्टी के दो विधायकों ने जीत हासिल की थी. इस प्रकार यह पार्टी यूपी में प्रदेश की चार दशक पुरानी बसपा से विधानसभा में सीटों के मामले में दोगुना के स्तर पर पहुंच गई थी. वहीं, देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के समकक्ष यूपी में राजा भैया की पार्टी स्थान रखती है. बसपा को यूपी चुनाव में 1 और कांग्रेस को 2 सीटों पर जीत मिली थी.
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