लोकसभा चुनाव के बाद वरुण का सियासी भविष्य क्या होगा? मेनका गांधी ने बताया आगे का प्लान
टिकट कटने के बाद से वरुण के सियासी भविष्य को लकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज है. सवाल यही है कि वरुण अब आगे क्या करेंगे. जब इसे मुद्दे पर जब वरुण की मां और सुल्तानपुर से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी से सवाल किया गया, तो उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब भी दिया.
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Varun Gandhi News: लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में जिस नेता की खूब चर्चा हुई, उनका नाम वरुण गांधी है. दरअसल, पीलीभीत के मौजूदा सांसद वरुण का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस बार टिकट काट दिया था. पार्टी ने वरुण की जगह यूपी सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. टिकट कटने के बाद से वरुण के सियासी भविष्य को लकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज है. सवाल यही है कि वरुण अब आगे क्या करेंगे. जब इसे मुद्दे पर जब वरुण की मां और सुल्तानपुर से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी से सवाल किया गया, तो उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब भी दिया. अब आप खबर में आगे जानें उन्होंने क्या कहा?
वरुण के भविष्य को लेकर मेनका ने कही ये बात
वरुण गांधी को लेकर लोग यह जानना चाहते हैं कि उनका राजनीतिक करियर क्या होगा? इस सवाल के जवाब में मेनका ने कहा, "देखते हैं...अभी इलेक्शन तो खत्म होने दो."
ये है पीलीभीत सीट का इतिहास
गौरतलब है कि तीन दशकों से अधिक समय में यह पहला मौका है जब मां-बेटे (वरुण और मेनका गांधी) की जोड़ी राज्य के तराई क्षेत्र के पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में नहीं होगी. पीलीभीत सीट पर 1989 से मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी चुनाव लड़ते आ रहे हैं. मेनका ने 1989 में जनता दल के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की हालांकि, 1991 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 1996 में एक बार फिर जनता दल के टिकट पर वह संसद पहुंचीं. इसके बाद 1998 और 1999 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर निर्वाचित घोषित हुई थीं. मेनका ने वर्ष 2004 और 2014 में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर इस सीट पर जीत दर्ज की. मेनका के बेटे वरुण गांधी ने 2009 और 2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और लोकसभा पहुंचे.