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दिल्ली से कानपुर तक हमसफर एक्सप्रेस की छत पर लेटकर आया युवक, नजारा देख चौंक गए अधिकारी

रंजय सिंह

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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, यहां ट्रेन में सीट नहीं मिलने पर एक शख्स ने ऐसा काम किया कि रेल अधिकारियों के होश उड़ गए. दरअसल, शख्स ट्रेन की छत पर चढ़ गया था. उसने करीब 400  किलोमीटर का सफर ऐसे ही पूरा किया. जब ट्रेन दिल्ली से कानपुर पहुंची तो लोगों ने देखा कि शख्स छत पर आराम से लेटा हुआ है. जिसके बाद उसे नीचे उतारा गया.

ट्रेन की छत पर था युवक

बता दें कि ये पूरा मामला कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रात एक बजे का है.  दिल्ली से चलकर हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन कानपुर सेंट्रल के प्लेटफॉर्म पर पहुंची थी. इसी बीच रेल अधिकारियों को ट्रेन की छत पर एक युवक के लेटे होने की सूचना मिली.  कोच संख्या बी-11 की छत पर कानपुर में प्लेटफार्म पर जब लोगों ने देखा की ऊपर कुछ लेटा हुआ है तो सभी चौंक गए. इसके बाद आरपीएफ जीआरपी और रेलवे का स्टाफ आया, उसको ऊपर से बुलाकर उतारने की कोशिश की गई तो उतरा नहीं,जिसपर रेलवे का पूरा अमला प्लेटफॉर्म पर पहुंच गया.  

दिल्ली से चली थी ट्रेन

युवक ट्रेन की छत पर आराम से लेटा हुआ था. चूंकि, ट्रेन के ऊपर से 25000 वोल्ट की लाइन जाती है, ऐसे में यदि युवक खड़ा हो जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था.  इसलिए आनन-फानन बिजली की लाइन बंद कर उसे नीचे उतारा गया. पूछताछ में पता चला कि युवक का नाम दिलीप कुमार है और वो दिल्ली से हमसफर एक्सप्रेस के बी-11 कोच की छत पर बैठकर आ रहा है. यानि करीब 400 किमी का सफर दिलीप ने ऐसे ही तय किया. कानपुर में उसे नीचे उतारा गया. गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ. 

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जिसने देखा नजारा हो गया हैरान

जानकारी के मुताबिक पहले तो दिलीप कुमार नीचे ही नहीं उतर रहा था, लेकिन जब जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने फुर्ती दिखाई तो वो उतरा. बाद में उसे रेलवे  मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां जुर्माने के बाद उसे छोड़ दिया गया. मजिस्ट्रेट ने उसे चेतावनी भी दी कि दोबारा अगर ऐसी हरकत की तो कड़ी सजा मिलेगी. दिलीप कुमार ने बताया कि वो फतेहपुर जिले का रहने वाला है. उसे अपने घर जाना था लेकिन ट्रेन में कोई सीट नहीं खाली थी. भीड़ ज्यादा होने की वजह से वो छत पर चढ़  गया और वहीं लेट गया. हवा चल रही थी तो नींद आ गई. लेटे-लेटे ही दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से कानपुर सेंट्रल आ गया. 
 

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